Kashi Dev Diwali: दीवाली का त्योहार सम्पन्न होते ही काशी में देव दीपावली को लेकर तैयारी जोरों पर शुरू हो चुकी है. देश की सांस्कृतिक राजधानी का दर्जा प्राप्त काशी में अभी से देव दीवाली देखने आने वालों को लेकर होटल में बुकिंग शुरू हो गई है. खबर सामने आ रही है कि देव दीवाली के खास मौके पर आलौकिक छटा निहारने और क्रूज से गंगा यात्रा का लुत्फ उठाने के लिए होटलो में पर्यटकों की बुकिंग शुरू हो गई है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक, पर्यटक होटलो में तीन की जगह पांच दिन की बुकिंग करा रहे हैं. इससे माना जा रहा है कि देव दीवाली के दौरान काशी की आय दोगुना हो सकती है और अनुमान लगाया जा रहा है कि इससे काशी की आय करीब 6 करोड़ से अधिक हो सकती है. काशी में होने वाले लेजर शो को देखने के लिए देश-विदेश से हजारों पर्यटकों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है.
बता दें कि इस बार कार्तिक पूर्णिमा 27 नवम्बर को पड़ रही है. इसी दिन देव दापावली मनाई जाती है. इस दिन की तैयारी को लेकर काशी में हिंदू संगठनों ने अभियान चलाना शुरू कर दिया है. समितियों के प्रभारियों की अस्सी घाट, प्रभु घाट पर प्रकाश और अहिल्याबाई घाट पर गंदा पानी बहने की शिकायत की गई है. इस पर जिलाधिकारी ने नगर निगम के अधिकारियों को समस्या को दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं. तो वहीं खबर सामने आ रही है कि इस बार देव दीपावली पर काशी के घाटों पर करीब 11 लाख दीपों जगमगाएंगे. इसी के साथ काशी के प्रमुख चौराहों और पेड़ों को झालरों से सजाया जाएगा. गंगा किनारे के घाटों और गलियों को 20 सेक्टर में बांट कर सफाई करने की तैयारी की जा रही है. इसको लेकर निर्णय, मंगलवार दोपहर राइफल क्लब में डीएम एस राजलिंगम ने देव दीपावली समितियों की बैठक में लिया गया है. काशी के घाटों पर शाम 5.15 बजे से दीप जलाए जाएंगे, इसके लिए आश्रमों और समितियों की ओर से तीन घंटे के लिए स्वयंसेवक तैनात किए जाएंगे. जिला प्रशासन इस पूरे कार्यक्रम को लेकर तैयारी कर रहा है. सीडीओ हिमांशु नागपाल ने बताया कि घाटों पर अधिकारियों की ड्यूटी लगाते हुए घाट आवंटित किए गए हैं इसके अलावा नोडल अधिकारी भी तैनात रहेंगे.
तो वहीं इस मौके पर 5 लाख पर्यटकों के काशी पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है. खबरों के मुताबिक 1200 से अधिक होटलों में बुकिंग फुल हो गई है और 6 हजार से अधिक कारें दो दिन के लिए बुक कराई गई है. मीडिया सूत्रों की मानें तो सामान्य दिनों में 50 हजार रुपए में मिलने वाला बजड़ा, जिसे जलपरी कहते हैं, देव दीवाली को देखते हुए 10 लाख रुपए में बुक हुआ है. मालूम हो कि जलपरी में 50 लोगों के बैठने और खाने-पीने की व्यवस्था की गई है. तो वहीं अलकनन्दा क्रूज की बुकिंग 15 लाख रुपए में हुई है. इसी के साथ पर्यटकों को देखते हुए एक हजार से अधिक छोटी नावें 10 हजार तक में तो वहीं सामान्य बजड़े चार लाख तक में बुक कराए गए हैं. दो दिनों के लिए ट्रैवल एजेंसियों के माध्यम से करीब 6 हजार कारें बुक हुई हैं, जिनका किराया प्रतिदिन 6 से 10 हजार तक तय हुआ है.
देव दीवाली से होने वाली कमाई को लेकर बनारस होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष गोकुल शर्मा ने मीडिया को जानकारी दी कि, देव दीवाली के मौके पर बनारस के हर तबके के लोगों की आय को लाभ मिलेगा. उन्होंने बताया कि, जबां 1200 से अधिक पांच सितारा और सामान्य होटल बुक हो चुके हैं तो वहीं गली-गली में मौजूद पेइंग गेस्ट वाले होटलों व गेस्ट हाउस भी बुक हो चुके हैं, जिनकी करीब एक हजार संख्या है. उन्होंने बताया कि गंगा में जितनी भी नावें व बजड़े हैं, उनकी बुकिंग दस गुना से ज्यादा कीमत पर हो चुकी है. तो वहीं शहर के तमाम इलाकों में मौजूद 700 से अधिक रेस्टोरेंट, 500 से अधिक टूर ऑपरेटर और ट्रैवल एजेंसी, साड़ी औऱ हस्तशिल्प विक्रेता, दो हजार नाव-बजड़े के मालिकों के साथ ही गली-मोहल्ले के ठेले, टैक्सी-ऑटो व रिक्शावालों की जेब भी देव दीवाली में भरेगी.
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