Categories: देश

क्या है बुलडोजर का इतिहास? पढ़ें, निर्माण से लेकर तोड़फोड़ की मशीन बनने तक की यात्रा

उत्तर प्रदेश से चर्चित हुआ बुलडोजर अब देश के कई राज्यों में चर्चा का विषय बन चुका है, और इसकी चर्चा सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई है. हाल ही में, बुलडोजर का उपयोग विशेष रूप से निर्माण ढांचे को ध्वस्त करने के लिए किया जा रहा है, जिसके कारण यह चर्चा का केंद्र बना हुआ है. क्या आपको पता है कि बुलडोजर का इतिहास क्या है और इसे किस काम के लिए बनाया गया था.

दरअसल, बुलडोजर (bulldozer) का निर्माण खेती के काम के लिए किया गया था, लेकिन अब इसका इस्तेमाल तोड़फोड़ के लिए किया जाता है. तो आईए जानते हैं खेती के लिए बुलडोजर के निर्माण से लेकर तोड़फोड़ की मशीन बनने तक की यात्रा कैसी है.

कब हुआ निर्माण?

साल 1923 में खेती के काम को आसान बनाने के लिए बुलडोजर का निर्माण किया गया था. शुरुआत में इसका इस्तेमाल खेतों की जुताई, मिट्टी समतल करने, और कृषि में सहायक उपकरण के रूप में इस्तेमाल होता था.क्योंकि, कई जमीनें इतनी उबड़-खाबड़ होती थीं कि उन्हें सपाट करके भुरभुरी उपजाऊ जमीन में तब्दील करना बहुत मुश्किल होता था. 18 दिसंबर 1923 को अमेरिका के कंसास में एक किसान जेम्स कुमिंग्स और एक ड्राफ्ट्समैन जे अर्ल मैकलेयोड ने मिलकर पहला बुलडोजर तैयार किया था. बाद में इसकी क्षमता और ताकत के कारण इसे बड़े पैमाने पर निर्माण कार्यों में भी प्रयोग किया जाने लगा.

बदलता गया इस्तेमाल का तरीका

हाल के वर्षों में बुलडोजर का इस्तेमाल तोड़फोड़ के लिए बढ़ गया है. यह मुख्य रूप से अवैध निर्माण को ध्वस्त करने, अपराधियों के ठिकानों को ध्वस्त करने और अन्य आपातकालीन स्थिति में उपयोग किया जाने लगा है. बुलडोजर के बढ़ते उपयोग को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं, जिसके चलते यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है. कोर्ट में इस बात की जांच की जा रही है कि क्या बुलडोजर का उपयोग विधिक प्रक्रिया के तहत किया जा रहा है या नहीं. कई लोग इसे न्यायिक प्रक्रिया का हिस्सा माना रहे हैं तो कई लोग इसके इस्तेमाल को गलत बता रहे हैं.

यह भी पढ़ें- Iran के मिसाइल हमले के बाद Israel ने ये आरोप लगाकर UN Chief के देश में प्रवेश करने पर लगाया बैन

बुलडोजर के उपयोग पर जनसामान्य की राय भी बंटी हुई है. कुछ लोग इसे कानून व्यवस्था बनाए रखने का एक प्रभावी उपाय मानते हैं, जबकि अन्य इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन मानते हैं. राजनीतिक दलों के बीच भी इस विषय पर तीखी बहस चल रही है, जहां कुछ दल इसे आवश्यक मानते हैं और अन्य इसकी निंदा कर रहे हैं. बुलडोजर आज एक विवादास्पद मशीन बन गया है. भविष्य में यह देखना दिलचस्प होगा कि बुलडोजर का स्थान और उपयोग किस दिशा में बढ़ता है, और इसके खिलाफ उठते कानूनी सवालों का क्या परिणाम निकलता है.

-भारत एक्सप्रेस

आईएएनएस

Recent Posts

कैबिनेट ने 2025 के लिए सूखे नारियल का MSP बढ़ाया, किसानों को मिलेगा फायदा

सरकार ने कहा कि MSP में वृद्धि से नारियल उत्पादकों को बेहतर लाभ मिलेगा. यह…

14 mins ago

दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल को मिला बड़ा झटका, LG ने ED को मुकदमा चलाने की दी मंजूरी

दिल्ली शराब नीति घोटाला मामले में केजरीवाल ने कहा है कि उनके खिलाफ मुकदमा चलाने…

18 mins ago

2024 में यूपी का शीर्ष पर्यटन स्थल बना Ayodhya, ताजमहल को पीछे छोड़ा

पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने राज्य के उल्लेखनीय प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि…

30 mins ago

National Single Window System ने 4.81 लाख रुपये की मंजूरी दी, आए थे 7.1 लाख आवेदन

National Single Window System तथा अन्य योजनाओं के तहत सरकार ने कई कदम उठाए हैं,…

58 mins ago

बिबेक और श्रीजना की अद्भुत प्रेम कहानी, कैंसर के खिलाफ लड़ाई से दिया दुनिया को प्यार और उम्मीद का संदेश

बिबेक पंगेनी ने अपने कैंसर के इलाज और निजी पलों को इंस्टाग्राम पर साझा किया.…

1 hour ago