सऊदी अरब के प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (Mohammed bin Salman Al Saud) इस वक्त भारत के दौरे पर हैं. जी20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के बाद अगले दिन सोमवार को पीएम मोदी और बिन सलमान ने भारत-सऊदी अरब रणनीतिक साझेदारी परिषद की पहली बैठक में द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की. वहीं सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस के भारत के इस दौरे से पाकिस्तान को मिर्ची लगी हुई है. दरअसल, कुछ दिनों पहले ही बिन सलमान की इस्लामाबाद यात्रा रद्द हुई थी.
G20 समिट में भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे की घोषणा से पाकिस्तान की चिंताएं बढ़ी हुई हैं. पाकिस्तानी अवाम अब इसके बाद अपनी ही सरकार को कोस रही है. उसकी वजह ये है कि भारत से मध्य एशिया और यूरोप तक व्यापार होगा लेकिन पाकिस्तान इसमें शामिल नहीं होगा. नई दिल्ली में शनिवार को भारत, अमेरिका, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, फ्रांस, जर्मनी, इटली और यूरोपीय संघ के नेताओं की मौजूदगी में इस गलियारे को लेकर संयुक्त घोषणा हुई.
जी20 में हुए कई फैसलों का पाकिस्तान पर असर पड़ सकता है लेकिन ऐसे वक्त में अब सऊदी का साथ भी उन्हें मिलता नजर नहीं आ रहा है. सऊदी अरब और पाकिस्तान के संबंध घनिष्ठ रहे हैं लेकिन अब उनको चिंता सता रही है कि पाकिस्तान में 25 अरब डॉलर के निवेश करने के ऐलान से सऊदी अरब पीछे न हट जाए.
यही नहीं, नया आर्थिक गलियारा बनने से चीन के बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) पर भी प्रभाव पड़ेगा, जिसका पाकिस्तान हिस्सा है. ऐसे में यहां भी पाकिस्तान को नुकसान होगा. पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति पहले ही खराब है और हाल के वर्षों में सऊदी अरब के साथ उसके रिश्तों में भी खटास आई है. बता दें कि 2023 में सऊदी वित्त मंत्री मोहम्मद अल-जादान ने बिना शर्त पाकिस्तान को लोन देने का नियम बदलने का ऐलान किया था, इसके बाद से पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच रिश्तों में पहले वाली बात नहीं रही है.
कश्मीर के मुद्दे पर भी पाकिस्तान को सऊदी अरब का साथ नहीं मिल रहा है. इसके अलावा, पाकिस्तान जो बार-बार इस्लाम और भारत में मुसलमानों से जुड़े मुद्दों को उठाकर निशाना साधने की कोशिश करता रहा है, यहां भी पाक को मुंह की खानी पड़ी है.
पाकिस्तान में इस वक्त अस्थिरता का माहौल है और वहां केयर टेकर सरकार अस्तित्व में है. आर्थिक मोर्चे पर पाकिस्तान कंगाली के गर्त में जा चुका है. महंगाई आसमान छू रही है. तेल से लेकर आटा-चावल, सब्जी तक आम आदमी की पहुंच से दूर रहे हैं. ऐसे में सऊदी अरब ने पाकिस्तान को कर्ज देने से इनकार कर दिया तो उनकी हालत पहले से भी बदतर हो जाएगी.
पाकिस्तान की कोशिश है कि सऊदी अरब के प्रिंस सलमान इस्लामाबाद का दौरा करें. लेकिन ये उनके हाथ में फिलहाल नहीं है. अगर प्रिंस सलमान भारत दौरे के बाद पाकिस्तान के दौरे पर नहीं जाते हैं तो वहां की सरकार के लिए ये एक और झटका हो सकता है और अपनी अवाम के सामने एक बार फिर शर्मिंदगी झेलनी पड़ सकती है.
-भारत एक्सप्रेस
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला मैच 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होगा. इसमें रोहित शर्मा…
आर्य महाकुंभ में कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने विपक्षी नेताओं को निशाने पर लेते…
रोहिंटन तहेमटन थानेवाला, जिनका जन्म 16 सितंबर 1958 को इंदौर के एक प्रतिष्ठित पारसी परिवार…
टीम इंडिया इस समय बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है, जहां उसे पांच…
आम आदमी पार्टी के सहयोगी दल के नेता राहुल गांधी बोलते हैं फिनिश, खत्म, टाटा,…
क्या आपने दुनिया के सबसे खतरनाक और विशालकाय जीवों की कहानियां सुनी हैं? समुद्र की…