Maharashtra: शरद पवार के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख पद से इस्तीफा देने के बाद उनके राजनीतिक वारिस को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे थे. वहीं फिर से पार्टी की कमान संभालने के बाद भी इस तरह की अटकलों पर विराम लगता नहीं दिख रहा है. इन सबके बीच पार्टी की बागडोर राकांपा सुप्रीमों शरद पवार की बेटी और सांसद सुप्रिया सुले के पास जाने की संभावना से खुद शरद पवार ने इनकार किया है.
सुप्रिया पार्टी अध्यक्ष पद की इच्छुक नहीं
शरद पवार ने पंढरपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि सुप्रिया सुले की फिलहाल राकांपा पार्टी का अध्यक्ष पद संभालने में कोई रुचि नहीं है, इसका कारण यह है कि वह आगामी लोकसभा चुनावों पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहती हैं क्योंकि राज्य के विधानसभा चुनाव में केवल एक साल का समय बचा है.
पवार ने की सुले की तारीफ
शरद पवार ने अपनी बेटी और सांसद सुप्रिया सुले की तारीफ भी की. सात बार उत्कृष्ट सांसद चुने जाने पर उन्होंने सुप्रिया सुले की तारीफ की. बता दें कि सुप्रिया सुले को आठवीं बार भी यह सम्मान दिया गया है.
बड़ें अंतर से जीतती रही हैं सुप्रिया
शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले महाराष्ट्र के बारामती लोकसभा क्षेत्र से तीसरी बार सांसद हैं. इस लोकसभा सीट पर उनकी जीत का अंतर काफी अधिक रहता है. 2009 में भारी मतों से उन्होंने जीत हासिल की थी. सुप्रिया ने 4 लाख 87 हजार वोट पाए थे. वहीं 2014 में उन्होंने 5 लाख 21 हजार वोटों को अपनी तरफ करने में सफलता पाई थी. बात करें 2019 के चुनावों की तो सुले ने अपनी 6 लाख मत पाए थे. ऐसे में बीजेपी बारामती पर इस बार पूरी तैयारी के साथ उतरने की कोशिश करेगी.
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वहीं मिली जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र में आगामी लोकसभा चुनावों के लिए इस बार केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को भाजपा की महत्वाकांक्षी 45 प्लस योजना के एक हिस्से तहत बारामती लोकसभा क्षेत्र को लेकर विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है.
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