देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी को झटके पर झटके लग रहे हैं..गुलाम नबी आज़ाद के पार्टी छोड़ते ही कांग्रेस में इस्तीफों की झड़ी लग गयी है..जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस के नेताओं और पार्टी कार्यकर्ताओं ने गुलाम नबी आजाद का समर्थन करने के लिए बुधवार अपने अपने इस्तीफे सौंप दिये। समूह का नेतृत्व करते हुए जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और मंत्री, पीरजादा सईद ने कहा कि वह उस पार्टी को छोड़ने के में दुख महसूस कर रहे हैं, जिसके साथ वह 35 साल से जुड़े थे।
सईद ने कहा, कांग्रेस आलाकमान की गलत नीतियों के कारण पार्टी सिकुड़ गई है। हमने जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को मजबूत करने और पीड़ितों की मदद करने के लिए आजाद साहब से जुड़ने का फैसला किया है।
इस्तीफा देने वालों में मुहम्मद मुजफ्फर पारे, पूर्व विधायक और जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के उपाध्यक्ष और हाजी अब्दुल गनी खान, कांग्रेस जिलाध्यक्ष श्रीनगर भी शामिल हैं।
इस भाषण से पहले 12 दिनों में मोदी ने आदिवासी चुनौतियों पर 50 से अधिक…
वैश्विक प्रबंधन संबंधित परामर्शदाता फर्म मैक्किंज़े एंड कंपनी की रिपोर्ट के अनुसार, इंश्योरेंस और उससे…
Kalki Mahotsav: कल्कि धाम के पीठाधीश्वार आचार्य प्रमोद कृष्णम् के निमंत्रण पर कल्कि महोत्सव के…
इस रिपोर्ट के अनुसार, लगभग 38 प्रतिशत संगठन मानते हैं कि आईटी फ्लेक्सिबल स्टाफिंग को…
ईटी-क्रिसिल इंडिया प्रोग्रेस रिपोर्ट में कहा गया कि केंद्र सरकार द्वारा राजकोषीय घाटे को कम…
इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात अक्टूबर 2023 के 8.08 अरब डॉलर से 39.37 प्रतिशत बढ़कर अक्टूबर…