Sanatana Dharma Remark: बीते हफ्ते शनिवार डीएमके सीएम एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर टिप्पणी की थी. जिसके बाद पूरे देश में इस बयान की आलोचना की गई. अब राजद नेता जगदानंद ने जो कहा है उससे एक बार फिर बवाल होना तय है. लालू के खास नेता जगदानंद ने कहा कि ‘जो लोग तिलक लगाकर घूमते हैं उन्हीं लोगों ने भारत को गुलाम बनाया है’. इस पूरे मामले पर आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने गुरुवार को फिर कहा कि वह अपने बयान पर कायम हैं. उन्होंने कहा कि आरजेडी के कार्यक्रम में यह बात मैंने अपने साथियों से कहा था, जो कहा सबको पता है. उसको दोबारा दोहराने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा कि जहां भेदभाव हो वह कोई धर्म नहीं, वैसे धर्म का मैं विरोध करता हूं. हालांकि, अपने बयान से कुछ देर बाद ही जगदानंद सिंह पलट गए. अब उन्होंने अपनी बात से पलटते हुए मीडिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि अपने शब्द मेरे मुंह में मत डालो.
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कांग्रेस ने गुरुवार को कहा कि वह ‘सनातन धर्म’ परउदयनिधि स्टालिन और ए राजा की टिप्पणियों से सहमत नहीं है और कहा कि पार्टी “सर्वधर्म समभाव” (सभी धर्मों के लिए समान सम्मान) में विश्वास करती है. विपक्षी दल ने यह भी कहा कि INDIA गठबंधन का प्रत्येक सदस्य सभी धर्मों, समुदायों और मान्यताओं का बहुत सम्मान करता है. यह बयान उस राजनीतिक विवाद के बीच आया है जब उदयनिधि स्टालिन ने लोगों के बीच विभाजन और भेदभाव को बढ़ावा देने के लिए ‘सनातन धर्म’ को जिम्मेदार ठहराया. और इसे खत्म करने की बात की. डीएमके नेता ए राजा ने कथित तौर पर कहा कि ‘सनातन धर्म’ की तुलना एड्स और कुष्ठ रोग जैसी बीमारियों से की जानी चाहिए, जिनके साथ सामाजिक कलंक जुड़ा हुआ है.
-भारत एक्सप्रेस
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