Best Days For Haircut: हिंदू धर्म में पौराणिक मान्यताओं और परंपराओं का विशेष महत्व है, जिनका पालन लोग सदियों से करते आ रहे हैं. इन्हीं मान्यताओं में से एक है कि सप्ताह के किस दिन बाल कटवाना शुभ और किस दिन अशुभ माना जाता है.
वास्तु शास्त्र और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को बाल कटवाना व्यक्ति के लिए सबसे शुभ माना जाता है. इन दिनों बाल कटवाने से न केवल स्वास्थ्य और मानसिक शांति मिलती है, बल्कि धन, वैवाहिक जीवन और व्यक्तित्व में भी सुधार होता है.
वहीं, मंगलवार, शनिवार और रविवार को बाल कटवाने से बचना चाहिए. इसके अलावा, अमावस्या, पूर्णिमा और सूर्यास्त के बाद भी बाल कटवाना वर्जित माना गया है, क्योंकि यह स्वास्थ्य, ऊर्जा और समृद्धि पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है.
सोमवार का दिन चंद्र देव को समर्पित है, जो मानसिक शांति और भावनात्मक संतुलन के देवता हैं. इस दिन बाल कटवाने से तनाव कम होता है, पारिवारिक संबंध मजबूत होते हैं और आपसी झगड़े समाप्त होते हैं.
यह दिन मानसिक शांति के साथ-साथ स्वास्थ्य लाभ देने वाला भी होता है. सोमवार को बाल कटवाने से शरीर में कोई नई बीमारी उत्पन्न नहीं होती और यह दिन आरामदायक व सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर होता है.
बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है, जिन्हें विघ्नहर्ता कहा जाता है. इस दिन बाल कटवाने से धन और समृद्धि में वृद्धि होती है. यह दिन निर्णय लेने की क्षमता को बेहतर बनाता है और आत्मविश्वास बढ़ाने में सहायक होता है.
इसके अलावा, इस दिन बाल अधिक मजबूत और चमकदार बनते हैं, जो व्यक्तित्व को और आकर्षक बनाते हैं. यदि आप अपने आर्थिक पक्ष को मजबूत करना चाहते हैं, तो बुधवार को बाल कटवाना सबसे उपयुक्त रहेगा.
शुक्रवार का दिन शुक्र ग्रह का होता है, जो सौंदर्य, प्रेम और वैवाहिक सुख का प्रतीक है. इस दिन बाल कटवाने से दांपत्य जीवन में मिठास बढ़ती है और पारिवारिक जीवन में सम्मान प्राप्त होता है.
शुक्रवार को बाल कटवाने से व्यक्ति के व्यक्तित्व में निखार आता है, जिससे वह हर काम में आत्मविश्वास के साथ आकर्षक ढंग से सफलता प्राप्त करता है.
मंगलवार: इस दिन को अशुभ माना जाता है, क्योंकि यह नकारात्मक ऊर्जा और स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है.
शनिवार: शनि देव से जुड़ा यह दिन बाल कटवाने के लिए अनुकूल नहीं माना जाता, क्योंकि इससे धन और स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं.
रविवार: इस दिन सूर्य देव का दिन माना जाता है और बाल कटवाने से व्यक्ति की ऊर्जा और शक्ति में कमी हो सकती है.
अमावस्या, पूर्णिमा और सूर्यास्त के बाद: इन समयों को ऊर्जा और आध्यात्मिक दृष्टि से संवेदनशील माना जाता है, इसलिए बाल कटवाने से नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
अगर आप भी अपने जीवन में मानसिक शांति, स्वास्थ्य, आर्थिक लाभ और वैवाहिक सुख चाहते हैं, तो वास्तु शास्त्र के अनुसार बाल कटवाने के लिए सही दिन चुनें. ये प्राचीन मान्यताएं हमें प्रकृति और सकारात्मक ऊर्जा के साथ संतुलन बनाए रखने की सीख देती हैं.
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नोट: यह जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं और आस्थाओं पर आधारित है. किसी भी निर्णय से पहले विशेषज्ञ से सलाह अवश्य लें.
-भारत एक्सप्रेस
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