Mayawati: यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती लगातार कांग्रेस पर हमला बोलते हुए दिखाई दे रही हैं. ताजा मामला आरक्षण से जुड़ा सामने आ रहा है. एक बार फिर से उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा है और इस बार सीधे कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के बयान पर हमला बोला और उनके द्वारा आरक्षण को लेकर किए गए दावों पर सवाल उठाए हैं.
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरक्षण के मुद्दे को लेकर भाजपा पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा था कि भाजपा का आरक्षण खत्म करने का इरादा है. उन्हें क्रीमी लेयर का फैसला संसद में निरस्त करना चाहिए था. इसी के साथ ही खरगे ने ये भी कहा था कि राजनीतिक आरक्षण के साथ ही शिक्षा और रोजगार का आरक्षण का मुद्दा जरूरी था लेकिन अब एससी-एसटी के लोगों के क्रीमीलेयर को आरक्षण से बाहर निकालना उनके ऊपर एक बड़ा प्रहार है.
मालूम हो कि अनुसूचित जाति-जनजाति के आरक्षण में क्रीमीलेयर को लागू करने को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर सियासत तेज हो गई है. कल बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक प्रेस कांफ्रेंस को सम्बोधित करते हुए मोदी सरकार पर हमला बोला था और सुप्रीम कोर्ट में ठीक से पैरवी न करने का आरोप लगाया था. इसी के साथ ही ये भी कहा था कि इस मामले में एक बार फिर से आश्वासन से काम नहीं चलेगा.
इसी के साथ ही मायावती ने केद्र सरकार से संसद का विशेष सत्र बुलाकर इस पर आरक्षण संशोधन विधेयक लाने की मांग की थी. तो वहीं अब उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा है कि “कल बीएसपी की प्रेस कान्फ्रेंस के बाद कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के दिए बयान की जानकारी मिली, जिससे एससी व एसटी के समक्ष कांग्रेस पार्टी के बयान में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को नहीं बल्कि पंडित नेहरू व गांधीजी को आरक्षण का श्रेय दिया गया है, जिसमें रत्ती भर भी सच्चाई नहीं है.”
मायावती ने अपने एक अन्य पोस्ट में कहा है कि “वास्तव में आरक्षण का पूरा श्रेय बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर को ही जाता है, जिनको किस तरह से कांग्रेस के लोगों ने संविधान सभा में जाने से रोकने का षड्यंत्र रचा और उनको चुनाव में भी हराने का काम किया. कानूनी मंत्री पद से भी इस्तीफा देने को विवश किया.”
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मायावती ने कांग्रेस अध्यक्ष से सवाल पूछते हुए कहा, “कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने यह कहा कि देश में एससी व एसटी वर्गों के उपवर्गीकरण के संबंध में पार्टी के स्टैंड का खुलासा करने के पहले इनकी पार्टी एनजीओ व वकीलों आदि से विचार-विमर्श करेगी, जिससे स्पष्ट है कि कांग्रेस उपवर्गीकरण के पक्ष में है.”
मायावती ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए ये भी कहा है कि कांग्रेस द्वारा क्रीमी लेयर के बारे में भी गोलमोल बातें की गई है. कांग्रेस के 99 सांसद होने के बाद भी सत्रावसान होने तक संसद में सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को निष्प्रभावी बनाने के लिए कोई भी आवाज नहीं उठाई गई, जबकि इस पार्टी ने संविधान व आरक्षण को बचाने के नाम पर ये सीटें जीती हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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