Sambhal Violence Update: संभल हिंसा मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार को तीन महिलाओं को भी गिरफ्तार किया है. इन महिलाओं पर उपद्रव में शामिल होने का आरोप है. शासन की तरफ से हिंसा में संलिप्त आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश भी दिए जा चुके हैं. अब तक मोबाइल, सीसीटीवी फुटेज और ड्रोन कैमरों से मिले वीडियो के आधार पर 100 से ज्यादा आरोपियों को चिन्हित किया जा चुका है. जिनमें से 27 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
एसपी कृष्ण कुमार ने कहा, “पुलिस पर पथराव करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. लेकिन, हम यह भी सुनिश्चित करेंगे कि किसी निर्दोष के खिलाफ कोई कार्रवाई न हो. हम हिंसा के संबंध में सामने आए वीडियो के आधार पर सभी उपद्रवियों को चिन्हित कर रहे हैं. पुलिस कई पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रही है.”
पुलिस ने अब तक जितने भी आरोपियों को गिरफ्तार किया है, उसमें से तीन आरोपी ऐसे हैं, जिनकी आंखों में हरे रंग का लोशन लगा हुआ दिखा. इसे लगाने की पीछे की वजह पूछे जाने पर बताया गया कि इसे लगाने से आंसू गैस का असर बहुत कम पड़ता है.
इसके साथ ही योगी सरकार ने दंगाइयों के खिलाफ सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर लगाने के आदेश दिए गए हैं. सरकार की तरफ से कहा गया है कि हिंसा के दौरान हुए नुकसान की भरपाई इन दंगाइयों से ही की जाएगी. बता दें कि 24 नवंबर को उत्तर प्रदेश के संभल स्थित मस्जिद का सर्वे करने पहुंची टीम पर युवकों ने पथराव किया था. उपद्रवियों ने सर्वे का विरोध किया था. इसी दौरान, उन्होंने पुलिस पर पथराव कर दिया. जिसमें कई लोग घायल भी हो गए थे.
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और उत्तर प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बुधवार को संभल हिंसा को लेकर कहा कि इस घटना के जांच के आदेश दे दिए गए हैं. उन्होंने कहा, “दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि घटना की निष्पक्ष जांच हो और जो भी दोषी पाया जाए, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो.”
उन्होंने कहा, “हमारी प्रतिबद्धता है कि निष्पक्ष जांच हो. किसी के खिलाफ कार्रवाई के दौरान किसी भी प्रकार की कोताही न बरती जाए. जांच की पूरी रूपरेखा निर्धारित की जा चुकी है.” संभल हिंसा को लेकर योगी सरकार ने सभी आरोपियों के पोस्टर जारी करने के आदेश दे दिए हैं. हिंसा के दौरान जो नुकसान हुआ है, उसकी वसूली भी उपद्रवियों से ही की जाएगी. इस संबंध में सरकार की तरफ से अध्यादेश भी जारी किया जा चुका है.
यही नहीं, उपद्रवियों के बारे में जानकारी देने वालों को सरकार की तरफ से उचित इनाम भी दिया जाएगा. इससे पहले भी योगी सरकार इस तरह की हिंसात्मक गतिविधियों में शामिल उपद्रवियों के पोस्टर सार्वजनिक कर संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई कर चुकी है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश के संभल स्थित मस्जिद में सर्वे करने पहुंची टीम पर कुछ युवकों ने पथराव किया था. इस पथराव का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. इसमें साफ देखा जा सकता है कि कैसे युवक सर्वे टीम सहित अन्य पुलिसकर्मियों पर हमला कर रहे हैं. सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे ज्यादातर युवकों की उम्र 20 से 30 साल के बीच बताई जा रही है. सरकार की तरफ से अब सख्त आदेश है कि इन वीडियो के आधार पर सभी हमलावरों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि प्रदेश में शांति-व्यवस्था बनी रहे.
(समाचार एजेंसी IANS के इनपुट के साथ)
-भारत एक्सप्रेस
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