मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 13 जनवरी से प्रारंभ होने जा रहे प्रयागराज महाकुंभ में त्रिवेणी स्नान का पुण्य लाभ लेने के लिए पूरी दुनिया में अपूर्व उत्साह है. हर कोई प्रयागराज आने की तैयारी कर रहा है. देश के भीतर न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि कई अन्य राज्यों की पूरी कैबिनेट संगम स्नान करने की तैयारी कर रही है. अब तक 80% टेंट की बुकिंग हो चुकी है.
हार्वर्ड, स्टैनफोर्ड, बिल एंड मिलिंडा गेट्स फॉउंडेशन और आईआईटी जैसी संस्थाएं इस बार महाकुम्भ के विविध आयामों पर शोध-अध्ययन और डॉक्यूमेंटेशन करने जा रही हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ का यह अवसर उत्तर प्रदेश के पोटेंशियल के प्रदर्शन और ब्रांडिंग का सर्वोत्तम समय है. उत्तर प्रदेश को इसका लाभ उठाना चाहिए. मुख्यमंत्री ने कहा है कि सनातन भारतीय संस्कृति के इस सबसे बड़े उत्सव के सफल आयोजन में ‘टीम यूपी’ अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने को प्रतिबद्ध है.
12 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद तीर्थराज प्रयाग में महाकुम्भ के पहले स्नान में अब महज तीन दिन ही शेष हैं. इससे पहले दो दिवसीय दौरे पर प्रयागराज पहुंचे मुख्यमंत्री योगी ने श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा के दृष्टिगत न केवल मेलाक्षेत्र में हो रहीं तैयारियों का निरीक्षण किया, बल्कि प्रयागराज नगर और आस-पास के जिलों में इस संबंध में की जा रही तैयारियों की भी समीक्षा की. बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रयागराज को आकर्षक स्वरूप देने वाले गंगा, यमुना व सरस्वती स्वागत द्वारों और नक्षत्र वाटिका साहित अनेक नवीन कार्यों का मुख्यमंत्री ने डिजिटली लोकार्पण भी किया.
प्रयागराज मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित आइसीसीसी सभागार में हुई इस बैठक में मुख्यमंत्री ने महाकुम्भ व्यवस्था से जुड़े सभी विभागों से बारी-बारी उनकी तैयारियों के बारे में जानकारी ली. पुलिस अधिकारियों से सुरक्षा और यातायात प्रबंधन से जुड़ी जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री ने इंटेलिजेंस को और बेहतर करने के निर्देश दिए, वहीं यह भी कहा कि किसी भी प्रकार की आपातकालीन/आपदा की स्थिति में क्विक रिस्पॉन्स के लिए बेहतर प्रबंध होने चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस अधिकारी की तैनाती जिस सेक्टर में वह रात्रि विश्राम उसी सेक्टर में करे.
मेलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि महाकुम्भ के लिए आवश्यक पुलिस बल की तैनाती की जा चुकी है. सभी डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती हो गई है. अब तक सभी 30 पांटून पुल, सभी 626 साइनेज, 635 किमी चकर्ड मार्ग, पेयजल के लिए 503 किमी डीआईपी लाइन, 573 किमी जीआईपी लाइन, 5590 पेयजल स्टैंड पोस्ट, 200 किमी ड्रेनेज निकासी लाइन, 54700 स्ट्रीट लाइट, 173 किमी एचटी लाइन, 1310 किमी एलटी लाइन, 227 बिजली सब स्टेशन की स्थापना की जा चुकी है. इसी तरह, 100 बेड का एक, 25-25 बेड के दो, 20-20 बेड के चार व 60 बेड के बर्न यूनिट सहित प्रयागराज नगर के निजी एवं सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त बेडों की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा चुकी है.
जल निगम को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर श्रद्धालु को शुद्ध पेयजल और स्वच्छ शौचालय की व्यवस्था उपलब्ध होनी चाहिए. पेयजल पाइपलाइन जहां नहीं पड़ी है, वहां तत्काल व्यवस्था ठीक की जाए. तैयारियों पर संतोष जताते हुए मुख्यमंत्री ने अवशेष कार्यों को तय समय सीमा के भीतर पूरा करने के लिए मैनपॉवर बढ़ाने के निर्देश दिए. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सामुदायिक शौचालय, संस्थाओं के शौचालय, सरकारी विभागों के शिविरों में शौचालयों की स्थापना का काम तेजी से पूरा कराया जाए, साथ ही यह भी सुनिश्चित करें कि इनकी सफाई नियमित रूप से हो जाए. निर्माणाधीन सड़क परियोजनाओं की अद्यतन स्थिति से अवगत होते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रायबरेली-प्रयागराज मार्ग का कार्य थोड़ा सा शेष है, इसे तेजी के साथ पूरा कर लें.
-भारत एक्सप्रेस
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