उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा 23 से 31 अगस्त के बीच पुनः आयोजित की जायेगी. इससे पहले यह परीक्षा फरवरी, 2024 में आयोजित की गई थी. मगर उस समय पेपर लीक होने के कारण इस परीक्षा को रद्द कर दिया गया था. अब अगस्त में एक बार फिर पुलिस भर्ती परीक्षा आयोजित की जा रही है जिसको लेकर प्रसाशन और पुलिस पूरी तरह से सतर्क है.
यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा केंद्र की सुरक्षा कई स्तर पर की जा रही है. सरकार इस बार कोई कोताही नहीं बरतना चाहती है. यही वजह है कि परीक्षा केंद्र ही नहीं, रास्तों पर भी निगरानी रखी जाएगी. ड्रोन कैमरों से हॉटस्पॉट्स की चेकिंग की जाएगी.
यूपी पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ ने पुलिस भर्ती परीक्षा को लेकर एक उच्च स्तरीय बैठक की थी. बैठक के दौरान उन्होंने परीक्षा की तैयारियों को लेकर बारीकी से चर्चा की. सीएम योगी ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि परीक्षा को लेकर कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए छोटे-छोटे पहलुओं पर विशेष ध्यान दिया जाए.
अपर पुलिस महानिदेशक एसटीएफ, यातायात, रेलवे, डायल-112 के साथ सभी जोन के एडीजी, पुलिस कमिश्नर, आईजी, डीआईजी, एसएसपी और एसपी को अपने-अपने जिलों में अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं. परीक्षा को सकुशल कराने के लिए परीक्षा केन्द्रों के रास्तों पर सीसीटीवी कैमरों से विशेष नजर रखी जाएगी. अति संवेदनशील स्थानों पर नए सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. चिन्हित हॉटस्पॉट्स पर ड्रोन कैमरों से चेकिंग की व्यवस्था की गई है.
डीजीपी ने बताया कि परीक्षा केंद्रों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं. इसके लिए परीक्षा केंद्र पर एसपी, एएसपी और सीओ को पर्यवेक्षक बनाया गया है. परीक्षा केंद्रों के अंदर एक सुरक्षा अधिकारी भी तैनात रहेगा. प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की ओर से परीक्षा केंद्रों में बारीकी से भ्रमण किया जा रहा है. छोटी सी छोटी कमियों को दूर किया जा रहा है. परीक्षा केंद्रों पर भीड़ और अभ्यर्थियों की संख्या को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात किया जाएगा. इसके अलावा शिक्षा विभाग, परीक्षा केन्द्रों के प्रबंधकों तथा संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए सतर्कता के लिए आपातकाल प्लान के तहत कार्रवाई की योजना बनाई गई है.
इस बार परीक्षा के दो दिन पहले से लेकर परीक्षा खत्म होने के बाद अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों के उनके गृह जनपद में पहुंचने तक की स्थिति का आकलन किया जा रहा है. परीक्षा केन्द्र, रेलवे स्टेशन, मेट्रो स्टेशन, बस-टैक्सी स्टैंड, होटल, रेस्टोरेन्ट पर भीड़ को कंट्रोल करने के लिए भी पूरी व्यवस्था की गई है. परीक्षा केंद्रों पर राजपत्रित अधिकारियों एवं मजिस्ट्रेट की ड्यूटी अनिवार्य रूप से लगाई गई है.
पुलिस भर्ती परीक्षा के लिए 67 जिलों के जिन थाना क्षेत्रों में परीक्षा केन्द्र बनाए गए हैं, वहां, यूपी-112 पीआरवी के वाहनों के चार्ट में परीक्षा केन्द्र के आसपास के महत्वपूर्ण एवं संवेदनशील स्थानों को भी चिन्हित किया गया. इन स्थानों पर लगातार पुलिस प्रतिक्रिया वाहन (पीआरवी) की मूवमेंट रहेगी, ताकि असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा सके. प्रश्न पत्रों को परीक्षा केन्द्रों तक पहुंचाने एवं उत्तर पुस्तिकाओं को कोषागार तक पहुंचाने के लिए जनपदीय पुलिस नोडल अधिकारी और आब्जर्वर की निगरानी में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है.
परीक्षा में प्रदेश के बाहर के अभ्यर्थी भी शामिल होंगे. ऐसे में रेलवे, राज्य सड़क परिवहन निगम के अधिकारियों से समन्वय स्थापित करते हुए सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं. 23 अगस्त से प्रदेश के 67 जिलों में पुलिस आरक्षी के 60,244 पदों पर चयन के लिए लिखित परीक्षा होने जा रही है.
-भारत एक्सप्रेस
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एकबार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भरोसा दिलाया…
सीएम योगी ने रैली में कहा, सपा कार्यकाल में सिर्फ सैफई परिवार और बड़े-बड़े माफिया…
1 नवंबर को समाप्त हुए पखवाड़े में क्रेडिट और डिपॉजिट वृद्धि दर दोनों समान रही…
Maharashtra Assembly Elections 2024: महाराष्ट्र के हिंगोली में चुनाव आयोग के अधिकारियों ने गृह मंत्री…
रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर अमेरिका के एक बेहद प्रभावशाली राजनीतिक परिवार से आते हैं. वे…
1857 की क्रांति के समय रोटी से जुड़ा आंदोलन भी हुआ था, जिसने अंग्रेजों को…