विश्व दिव्यांग दिवस 2024 के अवसर पर लखनऊ में राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण और मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने संबोधित किया. वहीं सीएम योगी ने दिव्यांगों के साथ उनके उत्थान के लिए कार्य करने वालों को भी सम्मानित किया. सीएम ने 40 दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण वितरित किए. 324 दिव्यांग विद्यार्थियों को टैबलेट भी दिए गए. सीएम के द्वारा मंगलवार को पिछड़ा वर्ग से जुड़े दो लाख 53 हजार 211 से अधिक बच्चों को 54.38 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति भी डीबीटी के माध्यम से सीधे अकाउंट में भेज दी गई. पिछड़ा वर्ग से जुड़े 28 युवाओं को कंप्यूटर प्रशिक्षण का प्रमाणपत्र भी उपलब्ध हुआ है. इसमें से कई प्रतिभाओं को सीएम ने मंच पर प्रशस्ति पत्र, पुरस्कार राशि, टैबलेट, अंगवस्त्र व प्रमाणपत्र आदि प्रदान किया.
कार्यक्रम में उत्कृष्ट दिव्यांग व्यक्तियों, दिव्यांगता के क्षेत्र में कार्य करने वाले विशिष्ट व्यक्तियों, स्वैच्छिक संगठनों और दिव्यांग खिलाड़ियों को राज्य स्तरीय पुरस्कार प्रदान किए गए. इस वर्ष वाराणसी जिले को पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने में सर्वश्रेष्ठ जिला चुना गया. इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल ने सम्मान प्राप्त किया. मुख्य विकास अधिकारी मुरादाबाद सुमित यादव को बाधामुक्त वातावरण के सृजन के लिए विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया. सीएम ने दोनों अधिकारियों को सम्मानित किया.
गैर-व्यावसायिक श्रेणी में डॉ. कौशिकी सिंह (लखनऊ) और व्यावसायिक श्रेणी में राम किशन गुप्ता (कानपुर नगर) को दिव्यांगजन के हित में किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए पुरस्कृत किया गया. सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग कर्मचारी के रूप में संतबली चौधरी (गोरखपुर), अरुण कुमार अग्रवाल (लखनऊ) और गोपाल कृष्ण त्रिपाठी (कानपुर नगर) को सम्मानित किया गया. पुनर्वास सेवाओं में योगदान के लिए नई सुबह संस्था (वाराणसी) और सर्वश्रेष्ठ नवीन अनुसंधान के लिए जन विकास समिति (वाराणसी) को पुरस्कृत किया गया. इन्हें भी सीएम के हाथों पुरस्कृत होने का अवसर मिला.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रेरणास्रोत श्रेणी में मानवेन्द्र प्रताप सिंह (लखनऊ), मुकेश मिश्रा (लखनऊ) और स्वामी प्रताप सिंह (आगरा) को सम्मानित किया. इसके साथ ही सर्वश्रेष्ठ सृजनशील दिव्यांग बालिका के रूप में कु. दिव्यांशी कसौधन (गोरखपुर) और सर्वश्रेष्ठ दिव्यांग खिलाड़ी के रूप में महिला श्रेणी में कु. प्रगति केसरवानी (लखनऊ) व पुरुष श्रेणी में दीपेन्द्र सिंह (संभल) को पुरस्कृत किया गया.
सर्वश्रेष्ठ अधिकारी के रूप में लक्ष्मीशंकर जायसवाल, प्रधानाचार्य, स्पर्श राजकीय दृष्टिबाधित बालक इण्टर कालेज (गोरखपुर) और सर्वश्रेष्ठ कर्मचारी के रूप में प्रशान्त कुमार, वरिष्ठ सहायक कार्यालय जिला दिव्यांगजन सशक्तीकरण अधिकारी (कानपुर नगर) को सम्मानित किया गया. सृजनशील दिव्यांग पुरुष श्रेणी में अनूप कुमार सिंह (कुशीनगर) और महिला श्रेणी में रीतू पटेल (वाराणसी) को भी पुरस्कार प्रदान किए गए. इन्हें भी सीएम योगी आदित्यनाथ के हाथों पुरस्कार मिला.
सीएम योगी ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 में हाईस्कूल में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्पर्श राजकीय दृष्टिबाधित बालक इंटर कॉलेज लखनऊ के अर्पित सिंह (90.16 प्रतिशत), नेहा मौर्या (89.83 फीसदी), स्पर्श राजकीय दृष्टिबाधित बालक इंटर कॉलेज गोरखपुर के बृजेश (इंटरमीडिएट-86.80 प्रतिशत) व लखनऊ की तनु तिवारी (85.08 फीसदी) को सम्मानित किया.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डॉ. शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय की संजीता विश्वकर्मा, विजय कुमार, रामअनुज, आफरीन खातून, प्रीति कुमारी, नवीन जायसवाल को टैबलेट प्रदान किया. साथ ही पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के कंप्यूटर प्रशिक्षण योजना के विद्यार्थी प्रिंस कुमार पाल, प्रीति यादव को सम्मानित किया.
-भारत एक्सप्रेस
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