Christmas 2022: क्रिसमस का त्योहार दुनिया के सबसे बड़े त्योहारों में से एक माना जाता है. क्रिसमस कुछ ही दिनों में आने वाला है. दुनिया के कई देशों में तो इसके लिए पिछले एक महीने से जोरों शोरों से तैयारियां शुरू हो गई हैं. हालांकि, हर देश इस त्योहार को अपनी परंपराओं और प्रथाओं के हिसाब से सेलिब्रेट करते हैं. बच्चे ही नहीं बड़े बुजुर्ग भी इस त्योहार को मनाने के लिए काफी उत्साहित नजर आते हैं. भारत के साथ ही कई देशों में क्रिसमस की 10 दिन से लेकर एक महीने तक की छुट्टियां भी दी जाती हैं.
इसका अर्थ यह है कि लगभग सभी के लिए यह त्योहार मौज मस्ती और जश्न मनाने का समय होता है. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि कुछ ऐसे भी देश हैं, जो क्रिसमस नहीं मनाते हैं. 40 देशों में क्रिसमस पर सार्वजनिक अवकाश नहीं दिया जाता हैं. वजह ऐसी हैं कि आप भी हैरान हो जाएंगे. तो आइए हम आपको आज बताते हैं उन देशाें के बारे में, जहां क्रिसमस का जश्न कभी नहीं मनाया जाता हैं.
अफगानिस्तान मुस्लिम देश है. बरसों से इसका ईसाई धर्म के साथ कोई संबंध नहीं रहा है. यहां ईसाई और मुस्लिम धर्म के बीच तनाव बना रहता है. धार्मिक भावना के चलते लोग क्रिसमस का त्योहार नहीं मनाते हैं. अगर कोई मनाना चाहे भी, तो उनके लिए ये काफी रिस्की हो सकता है.
भूटान भारत का पड़ोसी देश है और ये भी उन देशों में शामिल है, जहां क्रिसमस डे नहीं मनाया जाता है. यहां बौद्ध धर्म को मान्यता दी गई है. यहां ईसाई लोगों की संख्या देश की आबादी की 1 प्रतिशत से भी कम है. यहां तक की क्रिसमस भूटानी कैलेंडर का हिस्सा भी नहीं है.
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दुनिया के इन देशों में सोमालिया भी शामिल है जहां क्रिसमस डे सेलिब्रेट नहीं किया जाता है. कहते हैं कि 2015 के आसपास धार्मिक कानून लगने के बाद यहां क्रिसमस मनाने पर बैन लगा गया था, जो कि आज तक जारी है.
इन देशों में एक देश है चीन, जहां क्रिसमस पर वर्किंग डे होता है. यहां इस दिन सभी स्कूल, ऑफिस, दुकानें खुली होती हैं और क्रिसमस पर एक दिन की भी छुट्टी नहीं दी जाती है. बता दें कि चीन किसी धर्म को नहीं मानता है , इसलिए यहां क्रिसमस को सेलिब्रेट करना पूरी तरह से बैन किया गया है.
देश में लगभग 10% हिस्सा ईसाई हैं. इसके बावजूद यहां के लोग क्रिसमस का त्योहार नहीं मनाते. लेकिन उज़्बेकिस्तान के नए साल का जश्न क्रिसमस के त्योहार की तरह ही मनाया जाता है, जहां पेड़ों और गिफ्ट का आदान-प्रदान होता है.
पाकिस्तान भी मुस्लिम देश है. यहां पर ईसाई समुदाय की सख्यां काफी कम हैं. यहां क्रिसमस डे आज से नहीं, बल्कि कई सालाें से नहीं मनाया जाता है. अगर कभी ईसाई आबादी अपनी खुशी जाहिर करने के लिए क्रिसमस मनाना भी चाहे, तो उनके लिए बड़ा खतरा हो जाता है.
-भारत एक्सप्रेस
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