Covid in China: चीन में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक्सपर्ट ने लोगों को इस बात की सलाह दी है कि दूसरा बूस्टर डोज जल्द ही लगवा लें. कोरोना को लेकर चीन में चीनी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के एक पूर्व मुख्य महामारी विशेषज्ञ जेंग गुआंग ने कहा है कि अगर लोगों ने अपने पिछले टीके के रूप में इनएक्टिवेटेड वैक्सीन लगवाई है तो वो इस बात का ध्यान रखें कि उनका चौथा टीका इनएक्टिवेटेड नहीं होना चाहिए.
यह एक अलग टेक्नोलॉजी से बना होना चाहिए. इसके अलावा कुछ इस तरह के विदेशी शोध भी सामने आए हैं, जिसमें इस बात का पता चला है कि इनएक्टिवेटेड वैक्सीन के चार डोज भी एक सीमित स्तर तक ही सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं.
बात करें इनएक्टिवेटेड वैक्सीन क्या होता है तो विशेषज्ञों के अनुसार इसमें मृत पैथोजन (बीमार करने वाले वायरस) होते हैं. हालांकि, वैक्सीन लगने के बाद ये शरीर में जाकर अपनी संख्या नहीं बढ़ा सकते, परंतु शरीर इनको एक तरह का बाहरी आक्रमण ही मानता है, जिस कारण इसके खिलाफ शरीर में एंटीबॉडी डेवलप होने लगते हैं.
बदलते हालात में चीन में वैक्सीनेशन पर जोर
गुआंग बताते हैं कि कई देशों ने वैक्सीन के बूस्टर डोज के रूप में mRNA वैक्सीन का उपयोग किया है. चीन में अभी प्रोटीन-आधारित वैक्सीनों और नेजल स्प्रे इन्फ्लूएंजा वायरस वेक्टर टीकों को ही बूस्टर डोज के रूप में दिया जा रहा है. बीते रविवार को संयुक्त टीम ने डोमेस्टिक कोविड-19 वैक्सीन (CHO Cell) की संख्या भी बढ़ाई है.
चीन में इस वैक्सीन को पहले बूस्टर डोज के रूप में वयस्कों के लिए मंजूरी प्रदान की गई है. यह वैक्सीन फिलहाल उन लोगों को लगाई जाएगी, जो छह महीने पहले एक ही वैक्सीन के दो शॉट पूरे कर चुके हैं.
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बुजुर्गों और कमजोर इम्युनिटी वालों को वरीयता
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच चीन ने अब COVID-19 की दूसरी बूस्टर डोज देने की तैयारियां शुरू कर दी है. इस बूस्टर डोज को सबसे पहले हाई रिस्क वाले लोगों के अलावा, बुजुर्गों और कमजोर इम्युनिटी वाले व्यक्तियों को दिया जाएगा. यह चाइना में बढ़ते कोरोना का कहर ही है कि रविवार को पूरे चीन में वैक्सीनेशन सेंटर के बारे में लोगों को जानकारी दी गई. इसके अलावा उन्हें दूसरा बूस्टर शॉट लगवाने के लिए प्रोत्साहित किया गया.
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