प्रसिद्ध सामाजिक कार्यकर्ता सारिम बर्नी को अमेरिका से कराची एयरपोर्ट पर पहुंचते ही हिरासत में ले लिया गया. अमेरिकी सरकार द्वारा उन पर लगाए गए मानव तस्करी के गंभीर आरोपों के बीच उन्हें हिरासत में लिया गया. सूत्रों के अनुसार, बर्नी को अमेरिकी सरकार की शिकायत पर पाकिस्तान पहुंचने पर मानव तस्करी निरोधक पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आरोप है कि बर्नी और उसके ट्रस्ट ने आवश्यक कानूनी आवश्यकताओं को पूरा किए बिना अमेरिका में बच्चों को गोद लिया, जिसके कारण उसके खिलाफ मानव तस्करी के आरोप लगे.
सूत्रों ने बताया कि हिरासत में लिए जाने के बाद बर्नी को अधिकारियों ने अज्ञात स्थान पर भेज दिया. मामले की जांच संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने शुरू की. इस बीच, बर्नी की लीगल टीम कराची में FIA कार्यालय पहुंची. हालांकि, उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें अपने मुवक्किल से मिलने नहीं दिया जा रहा है. बर्नी के वकीलों में से एक कादिर हुसैन ने कहा, “हमें सूचना मिली है कि अमेरिका से लौटने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. लीगल टीम ने कहा कि वे एफआईए के खिलाफ याचिका दायर करने के लिए उच्च न्यायालय में जा रहे है.
इस बीच, आरोपों के जवाब में, बर्नी ने कराची रवाना होने से पहले अमेरिका से एक वीडियो बयान जारी किया, जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ लगे आरोपों से इनकार किया. उन्होंने कहा, “मैं आरोपों से इनकार करता हूं. मैं अपने घर लौटने पर आरोपों का जवाब दूंगा.” बर्नी ने आरोपों पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा, बहुत से लोगों ने मुझ पर कलंक लगाया है. मैं हमेशा चुप रहा हूँ, लेकिन अब मैं बोलूंगा और सब कुछ बताऊंगा. बहुत से लोगों ने मुझे बोलने के लिए मजबूर किया है”
उन्होंने आरोपों का जवाब देने के अपने संकल्प पर जोर देते हुए कहा, “सब कुछ बर्दाश्त किया जा सकता है, लेकिन मेरे व्यक्तित्व पर उंगली नहीं उठाई जा सकती. बर्नी ने आरोपों से जुड़े तथ्यों को उजागर करने की कसम खाई और कहा, अल्लाह ने जिसे सम्मान दिया है, उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता.”
-भारत एक्सप्रेस
इजरायल के राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने एक्स पर कहा,…
बम डिस्पोजल एंड डिफ्यूजिंग स्क्वॉड की टीम ने जब आईईडी को नष्ट करना शुरू किया,…
साकेत कोर्ट ने भूखंड खरीदारों से धोखाधड़ी कर 241 करोड़ रुपए का धन शोधन करने…
दिल्ली हाईकोर्ट ने मुस्लिम पर्सनल लॉ के तहत न्यायेतर तलाक याचिकाओं पर पारिवारिक अदालतों को…
गोमती पुस्तक महोत्सव के लेखक मंच पर आयोजित 'ट्रुथ ऑफ टेल: जर्नलिज्म, स्टोरीटेलिंज एंड द…
मणिपुर राज्य में जातीय हिंसा शुरू होने के बाद से स्थिति गंभीर बनी हुई है.…