पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने हिरासत केंद्र में बंद रहने के दौरान आत्महत्या करने का प्रयास किया, हालांकि उन्हें समय रहते बचा लिया गया. न्याय मंत्रालय ने बुधवार (12 दिसंबर) को जानकारी दी कि फिलहाल उनकी हालत स्थिर है.
मंत्रालय ने बताया कि किम को मंगलवार (11 दिसंबर) रात 11:52 बजे पूर्वी सोल में डोंगबू हिरासत केंद्र के बाथरूम में इनरवियर से बनाई गई रस्सी से खुद को फांसी लगाने की कोशिश करते हुए पाया गया. उन्हें तुरंत नियंत्रण में लिया गया.
गिरफ्तार करने का वॉरंट
मंत्रालय ने कहा, ‘मेडिकल जांच से पता चला कि उनकी हालत स्थिर है और उनमें कोई असामान्यता नहीं है तथा उन्हें अभी सामान्य परिस्थितियों में रखा गया है.’ इससे कुछ समय पहले अदालत ने किम को गिरफ्तार करने का वॉरंट जारी किया था और बुधवार की सुबह उन्हें औपचारिक रूप से गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने रविवार (8 दिसंबर) को पूर्व रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून को हिरासत में लिया था. उन पर पिछले सप्ताह मार्शल लॉ लागू करवाने में अहम भूमिका निभाने और राष्ट्रपति यून सूक योल की विद्रोह में मदद करने का आरोप है.
अभियोजकों को संदेह है कि तत्कालीन रक्षा मंत्री ने यून को मार्शल लॉ की घोषणा का प्रस्ताव दिया था. इसके साथ ही नेशनल असेंबली परिसर और राष्ट्रीय चुनाव आयोग मुख्यालय में सैनिकों की तैनाती का आदेश दिया था. कानून के अनुसार, विद्रोह की साजिश रचने वालों को मौत, आजीवन कारावास या कम से कम पांच साल की जेल की सजा हो सकती है. कोरिया सुधार सेवा के आयुक्त जनरल शिन योंग-हे ने संसदीय कानून समिति की बैठक में बताया कि किम को खुद पर हुए हमले के बाद एक सुरक्षात्मक सेल में रखा गया है.
मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रतिनिधि जंग चुंग-राय, जो समिति के अध्यक्ष हैं, ने कहा कि पूर्व रक्षा मंत्री ने यह चरम कदम इसलिए उठाया होगा, क्योंकि उन्हें लगा होगा कि कथित विद्रोह के मामले में अभियोजन पक्ष यून को नहीं, बल्कि उन्हें निशाना बना रहा है. हालांकि न्याय मंत्री पार्क सुंग-जे ने इस धारणा को खारिज कर दिया. उन्होंने बैठक के दौरान कहा, ‘मेरे पास इसके लिए कोई आधार नहीं है, लेकिन जिस व्यक्ति ने आत्महत्या करने की कोशिश की, उसके कई कारण हो सकते हैं, और मेरे पास यह जानने का कोई तरीका नहीं है.’
कुछ घंटों लागू रहा मार्शल लॉ
किम को बुधवार को हिरासत केंद्र में अभियोजकों द्वारा आगे की पूछताछ के लिए लाया गया. बता दें राष्ट्रपति यून सूक योल ने मंगलवार (03 दिसंबर) रात को आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा की थी, लेकिन बुधवार को संसद द्वारा इसके खिलाफ मतदान किए जाने के बाद इसे निरस्त कर दिया गया. मार्शल लॉ कुछ घंटों के लिए ही लागू रहा. हालांकि चंद घटों के लिए लागू हुए मार्शल लॉ ने देश की राजनीति को हिला कर रख दिया. यून के मार्शल लॉ लगाने की विपक्षी पार्टियों के साथ ही सत्तारूढ़ पीपुल्स पावर पार्टी ने भी आलोचना की.
-भारत एक्सप्रेस
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