दुनिया

‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम में अपने प्रिय प्रधानमंत्री को देखने के लिए लोगों में भारी उत्साह, ‘भारत माता की जय’ के नारे से गूंजा स्टेडियम

अबू धाबी में भारतीय प्रवासी आज ‘अहलान मोदी’ कार्यक्रम में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. प्रवासी भारतीय जायद सिटी स्पोर्ट्स स्टेडियम में एकत्र हुए, जहां कार्यक्रम आयोजित होने वाला है, वहां उन्होंने ‘अहलान मोदी’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए. ‘अहलान मोदी’ शीर्षक का मोटे तौर पर अनुवाद ‘हैलो मोदी’ होता है. भारतीय मूल की एक महिला ने मीडिया को बताया, “मैं अजमान से आई हूं., मैं अपने प्रिय प्रधान मंत्री को देखने के लिए बहुत उत्साहित हूं. हम उनका इंतजार कर रहे हैं.”

माहौल हुआ गुंजायमान

महाराष्ट्र से गौरी देशपांडे और उनके पति तुषार देशपांडे ने प्रधान मंत्री मोदी से मिलने के लिए उत्साह व्यक्त किया और कहा कि वे इस कार्यक्रम का बहुत लंबे समय से इंतजार कर रहे थे. गौरी देशपांडे ने कहा, “हम महाराष्ट्र से हैं. हम पिछले 20 वर्षों से अबू धाबी में रह रहे थे. हम इस दिन का बहुत लंबे समय से इंतजार कर रहे थे.” तुषार देहस्पांडे ने कहा, “हम इस आयोजन की बहुत लंबे समय से उम्मीद कर रहे थे और वास्तव में माहौल गुंजायमान हो गया है.”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जोरदार स्वागत के बीच अबू धाबी पहुंच गए हैं. यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने उनका स्वागत किया. दोनों नेताओं ने हाथ मिलाया और एक दूसरे को गले लगाया. पीएम मोदी को गार्ड ऑफ ऑनर भी मिला.

65,000 से अधिक लोगों ने करवाया था रजिस्ट्रेशन

इस बीच, अबू धाबी के शेख जायद स्पोर्ट्स स्टेडियम में कई सांस्कृतिक प्रदर्शनों की तैयारी चल रही है. इस दौरान  प्रवासी भारतीयों का उत्साह जबरदस्त रहा है, जिसके कारण आयोजकों को पिछले सप्ताह पंजीकरण बंद करना पड़ा क्योंकि पंजीकरण कराने वाले लोगों की संख्या 65,000 से अधिक हो गई थी.

इसे भी पढ़ें: इस्लामी-सनातनी संस्कृति का मेल: अरब प्रायद्वीप की भूमि पर तैयार पहला हिंदू मंदिर दिखता है ऐसा, बसंत पंचमी पर उद्घाटन; तस्वीरों से कीजिए दर्शन

लगभग 35 लाख का भारतीय प्रवासी समुदाय संयुक्त अरब अमीरात में सबसे बड़ा जातीय समुदाय है, जो देश की आबादी का लगभग 35 प्रतिशत है. कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण में 700 से अधिक सांस्कृतिक कलाकारों की एक प्रदर्शनी शामिल है, जो भारतीय कलाओं की विशाल विविधता को जीवंत करती है और एक समावेशी सांस्कृतिक दावत सुनिश्चित करती है. इस आयोजन में 150 से अधिक भारतीय सामुदायिक समूहों की सक्रिय भागीदारी भारत की क्षेत्रीय विविधता और पूरे अमीरात से हजारों ब्लू-कॉलर श्रमिकों के एकीकरण को दर्शाती है, जो इस आयोजन के ताने-बाने में विविधता और एकता की एक समृद्ध टेपेस्ट्री बुनती है.

Rohit Rai

Recent Posts

पुतिन के बाद इटली की PM जॉर्जिया मेलोनी ने कहा, रूस-यूक्रेन विवाद को सुलझा सकता है भारत

अंतरराष्‍ट्रीय मंचों पर अक्सर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करने वाली इटली की पीएम…

6 hours ago

अब 2000 रुपये तक के पेमेंट पर देना पड़ सकता है 18% GST, 9 सितंबर को होगी जीएसटी काउंसिल की बैठक

GST News: देश में पेमेंट एग्रीगेटर्स अभी हर ट्रांजेक्शन पर 0.5% से 2% तक शुल्क…

6 hours ago

Paralympic Games 2024: पदकवीर प्रवीण कुमार और होकाटो सेमा को PM मोदी ने दी जीत की बधाई, फोन पर की हौसला-अफजाई

पेरिस में चल रहे पैरालंपिक खेलों में मेडल जीतने वाले ​भारतीय खिलाड़ियों प्रवीण कुमार और…

7 hours ago

Lucknow: ट्रांसपोर्ट नगर में हुए हादसे पर डॉ. राजेश्वर सिंह ने जताया दुःख, अस्पताल में घायलों से मिले, मुहैया कराई आर्थिक मदद

उत्तर प्रदेश में भाजपा के लोकप्रिय नेता एवं सरोजनीनगर के विधायक डॉ. राजेश्वर सिंह ने…

7 hours ago

हमें मौका मिलेगा तो जम्मू-कश्मीर में भी चलाएंगे ‘बुलडोजर’: कविंदर गुप्ता

जम्मू-कश्मीर में मतदान तीन चरणों में होंगे, पहले चरण के लिए मतदान 18 सितंबर, दूसरे…

7 hours ago

मिजोरम में एएसएफ का प्रकोप जारी, 33,000 हजार से अधिक सूअरों की मौत

मिजोरम में एएसएफ का पहला मामला मार्च 2021 के मध्य में बांग्लादेश की सीमा पर…

8 hours ago