Air Taxi: कल्पना कीजिए कि आपको बहुत दूर कहीं जाना है और आपको शहर की भीड़ और यातायात का सामना नहीं करना पड़ रहा है. अगर आपने ऐसा कोई सपना देखा है तो वह जल्द ही हकीकत बन जाएगा. उड़ने वाली कारें जल्द ही हमारे देश में दिखाई देंगी. इस सेवा से आप एक ही शहर में 2 से 3 घंटे की जगह सिर्फ 5 से 7 मिनट में यात्रा कर सकते हैं. दरअसल, इंटरग्लोब एंटरप्राइजेज ने अमेरिकी इनोवेटर आर्चर एविएशन के साथ साझेदारी की है. इंडिगो हवाई टैक्सी सेवा शुरू करने की तैयारी कर रही है. ‘मिडनाइट’ नामक यह इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक-ऑफ और लैंडिंग (ईवीटीओएल) विमान एक गेम-चेंजर है. 161 किलोमीटर की रेंज के साथ, वे एक पायलट और चार यात्रियों को ले जा सकते हैं. यह सेवा 200 ‘मिडनाइट’ विमान पेश करेगी. यह भारत के सबसे भीड़भाड़ वाले शहरों: दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में परिचालन शुरू करेगा. यह वर्तमान में 60 से 90 मिनट की कार यात्रा को 7 मिनट की आश्चर्यजनक उड़ान में बदल देगा. इसमें आधी रात को भी सवारी की जा सकेगी.
कंपनी ने एक बयान में कहा, भारत में इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी मंजूरी के अधीन है. आईजीई ने कहा कि कनॉट प्लेस से गुरुग्राम की 27 किलोमीटर की यात्रा, जिसमें सड़क मार्ग से लगभग 60 से 90 मिनट लगते हैं, इंटरग्लोब-आर्चर उड़ान पर लगभग सात मिनट लगेंगे.
बता दें कि भारत में टैक्सी का चलन दशकों से है. लेकिन, बीते कुछ सालों में टैक्सी बुकिंग के तरीके काफी हद तक बदल गए हैं. अब कई टैक्सी कंपनी आ गई है जो मोबाइल के जरिए ऑनलाइन बुकिंग की फैसिलिटी देते हैं. कई शहरों में कारों के साथ-साथ बाइक टैक्सी भी उपलब्ध हैं. लेकिन, अब आने वाला समय में कुछ नया होने वाला है. अब 2026 में लोग जमीन के साथ- साथ आसमान में भी टैक्सी जैसा सफर कर सकेंगे. बताया जा रहा है कि दिल्ली, मुंबई, बैंगलोर जैसे बड़े शहरों में ये सेवा बहुत जल्द शुरू हो सकती है. जिसके लिए इंडिगो की मूल कंपनी इंटरग्लोब एंटरप्राइजेज अमेरिका की इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेक ऑफ और लैंडिंग विमान आर्चर एविएशन के साथ हाथ मिलाया है. दोनों कंपनियां देश में इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी सेवा 2026 में शुरू करने की योजना बना रही हैं. हाल ही में कंपनी की ओर से दिए गए बयान में कहा गया है कि इस फ्लाइंग टैक्सी सर्विस के साथ इंटरग्लोब-आर्चर उड़ान का लक्ष्य यात्रियों को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कनॉट प्लेस से हरियाणा के गुरुग्राम तक पांच से सात मिनट में ले जाने का है. फिलहाल इसी रास्ते को तय करने में एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है.
इसके एक विमान में चार लोगों के बैठने की क्षमता होगी. यानी, यह 4-सीटर एयर टैक्सी होगी. इसके लिए किसी रनवे की भी जरूरत नहीं पड़ेगी. यह हेलीकॉप्टर की तरह वर्टिकल टेकऑफ और लैंडिंग कर सकेंगे. आर्चर दावा करती है कि उसके विमान 240 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से 160 किलोमीटर तक की दूरी तय करने में सक्षम है. इन टैक्सियों का लक्ष्य ट्रैफिक को कम करते हुए शहरी मुख्य इलाकों को उपनगरों से जोड़ना है. एयर टैक्सियां लगभग 1,000 से 2,000 फीट की ऊंचाई पर 180 मील प्रति घंटे की रफ्तार से चल सकती हैं, लेकिन नासा की मानें तो ये 5 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकती हैं.
इन विमानों की खासियत ये है कि इन्हें आधी रात में चलाया जा सकता है. इन्हें ज्यादा चार्ज नहीं करना पड़ता और इनसे बैक-टू-बैक उड़ाने भरी जा सकती हैं. बता दें भारत दुनिया में ईवीटी ओएल विमानों के उपयोग के लिए सबसे बड़े अवसरों में से एक है, क्योंकि ये देश 1.4 बिलियन से अधिक लोगों के साथ दुनिया की सबसे बड़ी आबादी का घर है. इसके साथ ही दिल्ली, मुंबई और बैंगलोर जैसे इसके सबसे बड़े शहर दुनिया में सबसे बड़ी भीड़भाड़ वाली चुनौतियों का सामना कर रहे हैं. आधिकारिक आंकड़ों की मानें तो इंडिगो फिलहाल 63 प्रतिशत से अधिक की घरेलू बाजार हिस्सेदारी के साथ देश की सबसे बड़ी एयरलाइन है. इसके पास ऑर्डर पर लगभग 970 विमान हैं.
इन एयर टैक्सियों के किराए की बात करें तो शुरुआत में इसके ज्यादा होने की उम्मीद है. अनुमानित तौर पर ये किराया भारतीय रुपयों में 29 से 30 हजार तक हो सकता है, लेकिन बाद में प्रयोग सफल होने पर और भारतीय बाजार को देखते हुए इसके कम होने की भी उम्मीदें हैं. हालांकि एयर टैक्सी की सुविधा से कई फायदे नजर आ रहे हैं जैसे लोगों के समय में बचत होगी और ट्रैफिक में भी कमी देखने को मिलेगी.
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