डिजिटल युग में बच्चे गुस्सैल और आक्रामक क्यों?
इंटरनेट पर उपलब्ध कई गेम्स और वीडियो में हिंसा, आक्रामकता और अनुचित व्यवहार को दर्शाया जाता है. बच्चे, जिनका दिमाग अभी परिपक्व नहीं हुआ है, इन सामग्रियों को देखकर हिंसक व्यवहार को सामान्य मानने लगते हैं.
पीएम मोदी की Act East Policy: दक्षिण-पूर्व एशिया में रणनीतिक कूटनीति और आर्थिक सहयोग का नया युग
Act East Policy : पीएम मोदी की एक्ट ईस्ट पॉलिसी ने भारत को दक्षिण-पूर्व एशिया में एक सक्रिय खिलाड़ी बना दिया है. व्यापार, रक्षा, संस्कृति और कूटनीति में महत्वपूर्ण उपलब्धियां दर्ज की गई हैं.
देश के शमशान घाटों का कायाकल्प हो
मौत कैसी भी क्यों न हो परिजनों को भारी पीड़ा देती है. घर का बुजुर्ग भी अगर चला जाए तो एक ऐसा शून्य छोड़ जाता है जो फिर कभी भरा नहीं जा सकता.
परीक्षाओं में अंकों की होड़ क्यों?
आज से कई वर्ष पूर्व ‘थ्री इडिअट्स’ फ़िल्म में भी यह दिखाया गया था कि अधिक अंकों की होड़ का छात्रों पर काफ़ी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
क्या 27 साल बाद दिल्ली में BJP की वापसी होगी? 1 दशक से कांग्रेस सत्ता से बाहर, केजरीवाल का दावा- चौथी बार ‘आप’ की सरकार
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजे 8 फरवरी को जारी होंगे. इससे पहले तमाम एग्जिट पोल्स में BJP को बहुमत मिलते दिखाया जा रहा है. कांग्रेस एक दशक से सत्ता से बाहर है, वहीं केजरीवाल दावा कर रहे हैं कि AAP चौथी बार सत्ता में आएगी.
ट्रंप नहीं कर पाएंगे भारत को डंप !
India-USA Relations: ट्रंप की वापसी से भारत-अमेरिका संबंधों में मजबूती आएगी, इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन दोगुना होगा, लेकिन अवैध भारतीय प्रवासियों का मामला चुनौती बन सकता है.
मरीज़ों की मजबूरी का फ़ायदा उठाते अस्पताल
जानकारों के मुताबिक़ हृदय रोग में इस्तेमाल किए जाने वाले स्टेंट की मरीज़ों के लिए औसत मूल्य लगभग 2 लाख रुपए होती है. जबकि इसकी असल क़ीमत 10 से 15 हज़ार ही होती है.
“तिल-तिल मरता किसान और तिल-गुड़ बांटता देश”, अन्नदाता की आहुति और सत्ता का मौन
किसानों की यह लड़ाई किसी मोलभाव की नहीं, अपने हक की है. सरकार की ही गठित एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशें धूल फांक रही हैं.
देशी गाय के वैज्ञानिक महत्व को समझने की ज़रूरत
जबसे मुसलमान शासक भारत में आए तब से गौवंश की हत्या होनी शुरू हुई. हिन्दू लाख समझाते रहे कि गौमाता सारे संसार की जननी के समान है.
डॉ मनमोहन सिंह: सबके मन को मोहा
डॉ. मनमोहन सिंह की सादगी और विनम्रता पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं. प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए भी उन्होंने जिस आत्मीयता और सरलता का परिचय दिया, वह हमेशा यादगार और अनुकरणीय रहेगा.