छत्तीसगढ़ में रमन सिंह नहीं तो कौन, किसके चेहरे पर सत्ता में वापसी के लिए जोर लगा रही बीजेपी?
Chhattisgarh Assembly Election 2023: डॉक्टर रमन सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पहचान विकास के लिए हुआ करती थी, लेकिन उसकी पहचान आज कोयला, चावल घोटाला, ईडी की जांच बन गई है.
जिमखाना अध्यक्ष पर PF धोखाधड़ी को छिपाने का आरोप!
रीजनल PF कमिश्नर (सेन्ट्रल) ने जिमखाना क्लब के कर्मचारियों के PF फंड में हुए तथाकथित घोटाले की जांच के आदेश दिए हैं. इसी के साथ क्लब पर डेढ़ करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है.
विधानसभा चुनाव से पहले सीएम शिवराज का छलका दर्द, क्या हैं उनके भावुक भाषण के मायने?
MP Election 2023: बीजेपी ने तीन केंद्रीय मंत्रियों समेत 7 सांसदों को एमपी के चुनाव मैदान में उतारा है, जिसमें नरेंद्र सिंह तोमर का नाम भी शामिल है.
आयाराम-गयाराम की बेला
लोकसभा के चुनाव अभी 6 महीना दूर हैं। पर उसकी बौखलाहट अभी से शुरू हो गई है। हर राजनैतिक दल को यह पता है कि गठबंधन की राजनीति से छुटकारा नहीं होने वाला।
सनातन धर्म के पुनरुद्धार के लिए आचार्य प्रशांत ने 1 अक्टूबर को “वेदांत दिवस” घोषित किया
Acharya Prashant Opinion: आध्यात्मिक गुरू विख्यात प्रोफेसर, इनफ्लुएंसर, नीति निर्धारक, समाज सेवक, प्रतिष्ठित टीवी पत्रकार और प्रसिद्ध पॉडकास्टर आचार्य प्रशांत का कहना है कि सनातन धर्म वैदिक है और वेदों का मर्म वेदांत में है.
MP Election: मध्य प्रदेश में कांग्रेस के लिए मुसीबत बन सकती है मायावती की पार्टी, GGP के साथ किया गठबंधन
1990 के विधानसभा चुनाव के दौरान मायावती की पार्टी ने पहली बार मध्य प्रदेश में एंट्री ली. तब मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ एक ही हुआ करते थे.
राजस्थान में बीजेपी के लिए क्यों ‘जरूरी’ हैं वसुंधरा राजे, इन पॉइंट्स से समझें
Rajasthan Election 2023: बीजेपी राजस्थान में चुनावों से ठीक पहले वसुंधरा को पूरी तरह किनारे करने का रिस्क नहीं उठाना चाहेगी.
जयशंकर और ब्लिंकन की मुलाकात में निज्जर मामले का जिक्र तक नहीं, भारत के कड़े रूख के बाद नरम पड़े ट्रूडो के तेवर
कनाडा में साल 2025 में चुनाव होने हैं. जस्टिन ट्रूडो लगातार तीसरी बार पीएम बनना चाहते हैं. विपक्षी उम्मीदवार पियरे पोइलिवरे की बढ़ती लोकप्रियता से ट्रूडो चिंतित हैं.
राजस्थान में ओवैसी का ये प्लान उड़ा देगा कांग्रेस की नींद!
AIMIM जिन 40 मुस्लिम बहुल सीटों पर फोकस कर रही है, वहां फिलहाल कांग्रेस का पलड़ा भारी है.
नेता असभ्य क्यों होते जा रहे हैं?
ऐसा नहीं है कि संसद या विधान सभा में हंगामा पहली बार हुआ है कि जब सदन की गरिमा को वहाँ बैठे नेताओं ने तार-तार किया। ऐसा भी नहीं है कि संसद में ऐसी असभ्यता केवल भारत में ही होती है।