Delhi Air Pollution: देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर ने लोगों को परेशान कर दिया है. इससे निपटने के लिए केजरीवाल सरकार ने एक मेगाप्लान तैयार किया है. दिल्ली सरकार पॉल्यूशन को कम करने के लिए आर्टिफिशियल बारिश कराने पर विचार कर रही है. इसको लेकर दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने चीफ सेक्रेटरी नरेश कुमार को लेटर लिखा है और दिल्ली में आर्टिफिशियल बारिश को लेकर आईआईटी कानपुर से समन्वय बनाने को कहा है.
इस लेटर में गोपाल राय ने लिखा है कि आईआईटी कानुपर के प्रजेंटेशन के मुताबिक पहले फेज में 20 या 21 नवंबर को 300 स्क्वॉयर किमी में बारिश कराई जा सकती है, जब मौसम की परिस्थिति इसके अनुकूल होगी. दूसरे फेज में इसे 1 हजार स्क्वॉयर किमी तक ले जाया जा सकता है. आईआईटी का कहना है कि एक स्क्वॉयर किलोमीटर पर 1 लाख रुपए की लागत आएगी. इसका मतलब है कि पहले फेज में 3 करोड़ रुपए का खर्च आएगा जबकि दूसरे फेज में 10 करोड़ रुपए खर्च होंगे. दिल्ली का आकार 1,483 स्क्वॉयर किलोमीटर का है. यानी दिल्ली में पानी की बूंदे दूध से भी कीमती होंगी.
आईआईटी कानपुर ने सीआईआई के प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली सरकार और एलजी से संपर्क किया और दिल्ली में पायलट प्रॉजेक्ट के तौर पर कृत्रिम बारिश का प्रस्ताव रखा. हालांकि, एलजी या दिल्ली सरकार को गुरुवार शाम तक आईआईटी की तरफ से आधिकारिक प्रस्ताव नहीं मिला है. राय ने खत में लिखा कि नवंबर को हुई बैठक में इस बात पर सहमति बबनी कि करीब 300 वर्ग किलोमीटर में पायलट प्रॉजेक्ट के तहत क्लाउड सीडिंग से कृत्रिम बारिश कराई जा सकती है. उन्होंने कहा कि 21 नवंबर के बाद अधिक प्रदूषण की स्थिति में 1 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में बारिश कराई जा सकती है.
इस बीच दिल्ली-एनसीआर के लोगों को गुरुवार रात को बड़ी राहत मिली है. दिल्ली-नोएडा के कई इलाकों में रातभर झमाझम बारिश हुई. मौसम में बदलाव होने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. साथ ही पॉल्यूशन से भी बड़ी राहत मिली है. बारिश के बाद सुबह विजिबिलिटी में सुधार हुआ है. हालांकि इस बारिश के कारण ठंड बढ़ गई है.
बारिश के कारण दिल्ली के कई इलाकों में AQI का स्तर 400 से गिरकर 100 हो गया है. दिल्ली के बवाना, कंझावला, मुंडाका, जाफरपुर, नजफगढ़, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बारिश हुई. वहीं बहादुरगढ़, गुरुग्राम, मानेसर समेत एनसीआर के कुछ इलाकों में भी बारिश हुई. इससे प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना है.
बता दें कि दिल्ली-एनसीआर इन दिनों प्रदूषण की मार झेल रहा है. दिल्ली में बढ़े प्रदूषण के स्तर के कारण लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दूसरी तरफ, इसको लेकर सियासत भी गरमाई हुई है. इस बीच, दिल्ली सरकार ने आर्टिफिशियल बारिश कराने की तैयारी भी कर ली है. दिल्ली में 20 और 21 नवंबर के आसपास कृत्रिम बारिश कराई जाएगी. लेकिन इससे पहले सरकार ने पायलट स्टडी कराने का फैसला किया है, जिसका खर्च करोड़ों में होगा. वहीं दिल्ली सरकार के आर्टिफिशियल बारिश पर आने वाला खर्च उठाने को तैयार है.
-भारत एक्सप्रेस
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