नई दिल्ली: केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, ‘कश्मीर पर मेरा लेख मेरे अपने शब्द नहीं हैं, वे पंडित नेहरू के संसदीय रिकॉर्ड और उस समय से सभी सरकारी आदान-प्रदान हैं. दुर्भाग्यपूर्ण है कि 70 से अधिक वर्षों तक सच्चाई को दबाया और छुपाया गया, मैं इसे लोगों के सामने लाया क्योंकि हम इतिहास नहीं बदल सकते. इतिहास को उसके वास्तविक रूप में प्रस्तुत किया जाना चाहिए.’
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