Lok Sabha Elections-2024: लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर उत्तर प्रदेश में सियासत तेज हो गई है. राजनीतिक दल प्रचार-प्रसार में लगे हुए हैं. कांग्रेस भी लगातार तैयारी में जुटी है तो वहीं अभी भी रायबरेली से सोनिया गांधी की जगह पर पार्टी किसे चुनावी मैदान में उतारेगी, इसको लेकर बहस छिड़ी है तो इसी बीच संकेत सामने आए हैं कि प्रियंका गांधी को ही यहां से चुनाव लड़ाया जाएगा. शनिवार को जिला कार्यकारिणी की हुई बैठक में प्रियंका को लेकर इशारा हुआ है. तो इसी के बाद से ही प्रदेश में कांग्रेसी उत्साहित दिखाई दे रहे हैं और वो भी चाहते हैं कि प्रियंका ही रायबरेली से चुनाव लड़ें.
तो वहीं इन सभी कयासों के बीच जिला अध्यक्ष पंकज त्रिपाठी ने भी दावा किया है कि जिला कांग्रेस पूरी तरह से आश्वस्त है कि प्रियंका गांधी ही अमेठी से चुनाव लड़ेंगी. आगे उन्होंने सर्वे रिपोर्ट का जिक्र करते हुए बताया कि फरवरी में एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली गया था. वहां जिले की सर्वे रिपोर्ट प्रस्तुत की गई थी. इस रिपोर्ट में प्रियंका गांधी को चुनाव लड़ाने के लिए कहा गया था. प्रियंका गांधी का रायबरेली से भावनात्मक जुड़ाव है. तो वहीं एआईसीसी के कोऑर्डिनेटर इंदल कुमार रावत ने हाल ही में कांग्रेस के तिलक भवन पार्टी कार्यालय में बैठक की थी और रायबरेली सीट जीतने के लिए पूरी शक्ति झोंकने के लिए कहा था. इस दौरान जो चर्चा हुई, उसमें पूरी बातचीत गांधी परिवार पर ही फोकस रही. इसी को लेकर माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी ही रायबरेली से चुनाव लड़ेंगी बस औपचारिक रूप से घोषणा होना बाकि रह गया है.
पंकज त्रिपाठी ने बताया कि प्रियंका गांधी ने पहली बार 1999 के लोकसभा चुनाव के दौरान रायबरेली में कदम रखा था. उस समय उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी कैप्टन सतीश शर्मा की चुनावी बागडोर की कमान अपने हाथ में ली थी और शर्मा चुनाव जीत गए थे. रिपोर्ट के मुताबिक प्रियंका गांधी की लोकप्रियता यहां पर अपनी दादी इंदिरा गांधी और मां सोनिया गांधी की तरह ही है. 2004 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी के चुनावी प्रबंधन को भी प्रियंका ने बखूबी सम्भाला था.
तो वहीं जिले का हर कांग्रेसी चाहता है कि प्रियंका यहां से चुनाव लड़ें. यही वजह रही कि जिला कमेटी के पदाधिकारी फरवरी में दस जनपथ पहुंच कर इस बारे में अपील कर चुके हैं. क्योंकि ये सभी जानते हैं कि कांग्रेस के लिए रायबरेली सीट बहुत महत्वपूर्ण है. पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि अगर यहां से प्रियंका गांधी उतरती हैं तो इसका एक बड़ा संदेश प्रदेश की हर लोकसभा सीट पर जाएगा और इसका सीधा फायदा पार्टी को मिलेगा. बता दें कि इस बार प्रदेश में कांग्रेस सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही है. गठबंधन के तहत सपा ने कांग्रेस को 17 सीटें दी हैं.
पार्टी कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रियंका गांधी रायबरेली के सियासी समीकरण को बखूबी समझती हैं. उन्होंने 2009 में एससी बाहुल क्षेत्रों में ताबड़तोड़ रैली करके बसपा आरपी कुशवाहा को चुनावी मैदान में धूल चटा दी थी. क्योंकि इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी की जीत हुई थी. तो वहीं 2016 के जिला पंचायत चुनाव में भी प्रियंका गांधी की प्लानिंग ही कामयाब हुई और जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया था. वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भी प्रियंका ने यहां पर खूब प्रचार किया था और कांग्रेस को जीत मिली थी.
-भारत एक्सप्रेस
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