UP Politics: लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा प्रमुख अखिलेश यादव का कांग्रेस और आरएलडी के साथ गठबंधन को लेकर ताजा बयान सामने आ रहा है. खबर सामने आ रही है कि, लोकसभा चुनाव के लिए यूपी में सीट बंटवारे को लेकर वह कांग्रेस के साथ और बैठकें करने की प्लानिंग कर रहे हैं. तो वहीं उन्होंने ये भी कहा है कि, इंडिया गठबंधन को मजबूत करना है. इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य भाजपा को कड़ी टक्कर देना और इस चुनाव में हराना है.
लोकसभा चुनाव की अपनी योजना को लेकर अखिलेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, सभी घटक दलों का उद्देश्य भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (INDIA) को मजबूत करना है. इसी के साथ ही उन्होंने कहा कि, राष्ट्रीय लोकदल के साथ सपा का गठबंधन पहले ही तय हो चुका है. सोमवार को वरिष्ठ समाजवादी नेता जनेश्वर मिश्र की पुण्य तिथि के अवसर पर पुष्पांजलि अर्पित करने के बाद मीडिया से बात करते हुए अखिलेश ने कहा, ”इंडिया ब्लॉक के सामने मुख्य मुद्दा न केवल भारतीय जनता पार्टी को 2024 में सत्ता में आने से रोकना है, बल्कि संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करना भी है।”
मालूम हो कि, इस साल अप्रैल या मई में लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं. इसके लिए सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और सपा कई बैठकें कर चुकी है. सीट को बंटवारे को लेकर पत्रकारों से बात करते हुए अखिलेश ने कहा कि, “हमने प्रत्येक सीट का विवरण एक-दूसरे के साथ साझा किया है. मुझे उम्मीद है कि (भारत जोड़ो न्याय) यात्रा के उत्तर प्रदेश पहुंचने से पहले गठबंधन हो जाएगा.” बता दें कि मीडिया से बात करने के बाद अखिलेश यादव ने पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर आगमी चुनाव की रणनीति तैयार की. बैठक में जिनमें पूर्व सांसद, पूर्व विधायक और पूर्व एमएलसी शामिल रहे. इस मौके पर सपा प्रमुख ने पार्टी कार्यकर्ताओं से नई मतदाता सूची में उन मतदाताओं का पंजीकरण सुनिश्चित करने का आग्रह किया जो सपा के समर्थक हैं. इसी के साथ ही अखिलेश ने योगी सरकार पर कुछ सपा कार्यकर्ताओं के नाम मतदाता सूची से हटवाने का आरोप लगाया है.
इसी के साथ ही अखिलेश ने ये भी कहा कि, सीटों पर निर्णय में जीतने की क्षमता ही मानदंड है. हमारी और आरएलडी के जयंत चौधरी के बीच अच्छी बातचीत हुई. सीटों की जानकारी देते हुए बोले कि, हमारी सात सीटों को लेकर चर्चा हुई है. हम कांग्रेस से भी बातचीत कर रहे हैं. दिल्ली में कई बैठकें हो चुकी हैं. जल्द ही कोई रास्ता निकलेगा. इसके अलावा अखिलेश ने ये भी कहा कि, आने वाले चुनाव में सवाल सीटों का नहीं बल्कि जीत का है. जीत के आधार पर हम सब मिलकर निर्णय लेंगे.
-भारत एक्सप्रेस
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