Auraiya: उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक प्रेमिका ने अपने प्रेमी के साथ थाने के मंदिर में सात फेरे ले लिए और पिता पास ही खड़ा बेटी को शादी करने से हाथ जोड़कर रोकता रहा, लेकिन बेटी नहीं मानी और पूरे हिंदू रीति-रिवाज के साथ उसने मंदिर में हवन कुंड के सामने विधि-विधान से विवाह किया और प्रेमी ने प्रेमिका की मांग में सिंदूर भरा और कुछ ही क्षण में दोनों पति-पत्नी बन गए. सबसे चौंका देने वाली बात ये है कि, इस बारे में न किसी ने कोई विवाद किया और न ही चीख-पुकार मची.
यह मामला औरैया जिले के दिबियापुर थाने के अंदर बने मंदिर से सामने आया है. दिबियापुर कस्बे के संजय नगर में शबनम और नितिन रहते हैं दोनों पिछले कई सालों से एक दूसरे को जानते थे और प्रेम करते थे. धीरे-धीरे दोनों को लगा कि दोनों एक-दूसरे के बिना नहीं रह सकेंगे और उनको शादी कर लेनी चाहिए. इसी के बाद दोनों ने शादी करने का फैसला ले लिया. हालांकि दोनों की बिरादरी अलग-अलग थी, लेकिन दोनों ने ही अपनी खुशी के लिए परिवार वालों की चिंता किए बगैर शादी करने का फैसला लिया. हालांकि युवती के घर वाले इस शादी के खिलाफ थे लेकिन शबनम और नितिन ने फैसला लिया और फिर दोनों थाने के मंदिर में पहुंच गए और पंडित को बुलाकर पूरे विधि-विधान से शादी कर ली. तो वहीं जैसे ही इसकी जानकारी युवती के पिता को हुई, वह भाग कर थाने पहुंचे और बेटी के सामने हाथ जोड़कर शादी करने से मना करते रहे लेकिन वह नहीं मानी और प्रेमी के साथ विवाह कर लिया.
इस पूरे मामले में सबसे ज्यादा चौंकाने वाली बात ये सामने आ रही है कि, थाने के अंदर बने मंदिर में ही शादी चलती रही लेकिन पुलिस को इसकी खबर ही नहीं लगी. क्योंकि शादी के वक्त कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था. वहीं शबनम यादव ने बताया कि उसके पिता इस शादी के खिलाफ थे. इसलिए शादी मंदिर में की है. वहीं इस पूरे मामले को लेकर दिबियापुर थाने के सब इस्पेक्टर देवेंद्र ने मीडिया को बताया कि, दोनों बालिग हैं और दोनों ने थाने में आकर पहले ही अपनी शादी की बात बता दी थी और ये भी बताया था कि, घर वाले राजी नहीं हैं.
सब इंस्पेक्टर ने आगे जानकारी दी कि, दोनों पिछले दो सालों से एक दूसरे से प्रेम करते हैं. उन्होंने बताया कि थाने परिसर के मंदिर में हुई शादी में पिता ने कोई खलल नहीं डाली इसलिए पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की. तो वहीं शादी के दौरान पुलिस क्यों नहीं मौजूद रही के सवाल पर सब इंस्पेक्टर ने कहा कि, अक्सर लोग मंदिर में बैठने आ जाते हैं, क्योंकि रेलवे स्टेशन है और कंस्ट्रेशन का काम भी चल रहा है तो इस बात का ध्यान नहीं दिया गया कि शादी हो रही है. चूंकि कोई विवाद या हंगामा नहीं हुआ तो पुलिस नहीं पहुंची.
-भारत एक्सप्रेस
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