Ayodhya Ram Mandir Ingauration: अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के मौके पर पूरे देश में उत्साह देखा जा रहा है. हर कोई प्रभु श्रीराम के काज में जुटने के लिए आतुर दिखाई दे रहा है. देश के कोने-कोने से भगवान राम को भेंट दी जा रही है. हर कोई 22 जनवरी के ऐतिहासिक पल को अपनी आंखों में कैद कर लेना चाहता है तो वहीं कोई घंटा तो कोई चावल तो कोई अनोखी अगरबत्ती से लेकर कुंतलों लड्डू, टनों घी रामलला को अर्पित कर रहा है. इसी क्रम में शबरी के वंशज भी गुजरात के सूरत से भगवान राम की नगरी अयोध्या अपनी भेंट लेकर पहुंच गए हैं.
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बता दें कि माता शबरी के वंशज भी बेसब्री से 22 जनवरी का इंतजार कर रहे हैं, जब रामलला अपने जन्मस्थान पर विराजमान होंगे. तो वहीं गुजरात से अयोध्या पहुंचे माता शबरी के वंशज अपने रामलला को भेट देने के लिए बेर लेकर आए हैं. इस सम्बंध में वंशज का कहना है कि, हम प्रभु श्री राम के लिए बेर लाए हैं. जिन पेड़ों के बेरो को माता शबरी ने प्रभु श्री राम के लिए तोड़कर करके रखा था. उसी पेड़ से ये बेर लेकर आए हैं.
इसी के साथ ही भगवान श्रीराम के तीर और धनुष को भी लेकर के आए हैं. वंशज ने बताया कि, जिस पेड़ से बेर लेकर आए हैं, उसी पेड़ के बेर तोड़कर माता श्रीराम भगवान का इंतजार कर रही थीं और जब भगवान उनके पास पहुंचे थे, तब उन्होंने उसे भगवान के सामने परोस दिए थे.
अयोध्या में 22 जनवरी के कार्यक्रम को देखते हए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था का बंदोबस्त किया जा रहा है. पूरी अयोध्या के चप्पे-चप्पे पर नजर रखने के लिए जगह-जगह पर कैमरे लगवाए जा रहे हैं. 10, 548 स्थानों पर खुफिया सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं. हनुमानगढ़ी व नागेश्वर मंदिर पर 25 आईपी कैमरे भी लगवाए गए हैं. तो वहीं बड़ी संख्या में कमांडो व पुलिस भी शहर भर में तैनात रहेंगे.
अपराधियों पर विशेष नजर रखी जाएगी. मालूम हो कि कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहेंगे. इसी के साथ ही सैकड़ों वीवीआईपी भी कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे.
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए बड़ी संख्या में मेहमान अयोध्या आने वाले हैं. इनके रुकने से लेकर भोजन तक का बंदोबस्त किया जा रहा है. मीडिया सूत्रों के मुताबिक, प्राण-प्रतिष्ठा में शामिल होने वाले मेहमानों के लिए 50 तरह के व्यंजन बनाए जाएंगे तो वहीं अलग-अलग राज्यों के लिए अलग-अलग भोजनालय की व्यवस्था की जा रही है. मेहमानों को देसी व्यंजनों का स्वाद चखने को मिलेगा. अयोध्या की गरिमा के अनुरूप पूरी तरह से शुद्ध सात्विक भोजन ही कार्यक्रम में परोसा जाएगा.
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इसके लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां चल रही हैं और अलग-अलग राज्यों की पहचान रखने वाले व्यंजन भी बनाए जा रहे हैं. लिट्टी-चोखा, राजस्थानी दाल बाटी चूरमा, पंजाबी तड़का, दक्षिण भारतीय मसाला डोसा और इडली, बंगाली रसगुल्ले, जलेबी जैसे कई खास व्यंजन और मिठाइयों को मेन्यू में शामिल किया गया है.
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