Ayodhya’s Tourism: अयोध्या में भव्य राम मंदिर में रामलला के विराजमान होते ही लक्ष्मी जी की कृपा भी उत्तर प्रदेश पर बरसनी शुरू हो गई है. 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हुई थी और 23 जनवरी से रामलला के दर्शन के लिए राम मंदिर के पट खोल दिए गए थे. इसी के बाद से अयोध्या में धार्मिक पर्यटन इतनी तेजी से उभर कर सामने आया है कि कयास लगाए जा रहे हैं कि साल 2028 तक यानी अभी से चार साल बाद भारत की अर्थव्यवस्था में यूपी अपना अहम रोल निभाते हुए दूसरे स्थान पर पहुंच जाएगी. वैसे भी मंदिर के पट जबसे खुले हैं तभी से प्रतिदिन लाखों की संख्या में भक्त अयोध्या पहुंच रहे हैं. इससे अयोध्या के कारोबार को भी आर्थिक लाभ पहुंच रहा है तो वहीं राम मंदिर निर्माण के साथ ही यहां पर सरकार विकास के लिए सड़कों से लेकर होटल तक का निर्माण कार्य जारी है, ताकि अयोध्या आने वालों को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े.
बता दें कि, प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या नगरी में रिकॉर्ड तोड़ राम भक्त पहुंचे हैं. अगर 23 जनवरी से महज 10 दिन का लेखा-जोखा देखा जाए तो लाखों लोगों ने रामलला के दर्शन किए. यानी अगर पहले दिन 22 जनवरी की बात करे तो इसी दिन 5 लाख लोग पहुंचे थे तो वहीं 23 जनवरी करीब साढ़े चार लाख लोगों ने रामलला के दर्शन किए थे तो वहीं मंदिर में जुटती भीड़ देख कर सरयू किनारे पूजन सामग्री आदि की दुकान लगाने वाले दुकानदारों ने राम मंदिर के आस-पास अपनी दुकानें सजा ली थी. यानी यहां का कारोबार भी फल-फूल रहा है. वहीं 24 जनवरी की बात करें तो इस दिन करीब 2 लाख पहुंचे और 25 जनवरी को भी आंकड़ा लगभग यही रहा. 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस होने की वजह से अवकाश रहा तो इस दिन ढाई लाख लोगों ने दर्शन किए. अगर जानकारों की मानें को लगभग रोज 2 लाख लोग रामलला के दरबार में हाजिरी लगाने पहुंच रहे हैं. भक्तों को किसी तरह की समस्या न हो. इसलिए कई राज्यों से सीधे ट्रेन का संचालन भी सरकार द्वारा शुरू किया गया है. तो वहीं हवाई यात्रा भी शुरु हो चुकी है. परिवहन निगम कई स्पेशल बसें भी अयोध्या के लिए चला रहा है तो इसी के साथ ही भाजपा सरकार की ओऱ से भी क्षेत्रिय स्तर पर अभियान चलाकर जनता को फ्री में रामलला के दर्शन कराए जा रहे हैं. खबरों के मुताबिक वर्तमान में 50 हजार से लेकर डेढ़ लाख लोग रामलला के दर्शन कर रहे हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 28 जनवरी तक ये आंकड़ा 15 लाख पार हो चुका है. तो वहीं लगातार लाखों लोग दर्शन के लिए पहुंच ही रहे हैं. तो वहीं एक रिपोर्ट की मानें तो वर्ष 2028 तक भारत की अर्थव्यवस्था में यूपी दूसरे स्थान पर होगा. यानी जीडीपी के हिसाब से यूपी नॉर्वे से भी आगे निकल जाएगा. पर्यटकों की लगातार बढ़ रही संख्या से 2028 तक इसकी जीडीपी 500 अरब डॉलर होने की सम्भावना जताई जा रही है. वहीं भाजपा सरकार द्वारा अयोध्या में भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा और पर्यटन को बढ़ाने के लिए उठाए गए कदमों की वजह से इस वित्त वर्ष के अंत तक यूपी का पर्यटन कारोबार करीब चार लाख करोड़ रुपये तक पहुंचने का अनुमान है. एसबीआई की ताजा रिपोर्ट की मानें तो वित्त वर्ष 2025 तक उत्तर प्रदेश को 20,000 से 25,000 करोड़ रुपये तक का अतिरिक्त कर राजस्व मिल सकता है.
एक रिपोर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में 2022 में 32 करोड़ पर्यटक आए थे जिसमें 2.21 लाख अकेले अयोध्या में आए थे, जबकि उस दौरान राम मंदिर का निर्माण कार्य जारी था. तो वहीं जो पर्यटक यूपी में आए उन्होंने 2.22 लाख करोड़ रुपये खर्च किए. विदेशी पर्यटकों ने इसी दौरान 10,500 करोड़ रुपये खर्च किए. रिपोर्ट के मुताबिक, घरेलू पर्यटकों के मामले में 18.4 फीसदी हिस्सेदारी के साथ यूपी पहले स्थान पर है, जबकि विदेशी पर्यटकों के मामले में छठे स्थान पर है. तो वहीं रिपोर्ट ये भी कहती है कि, वर्ष 2028 तक भारत की अर्थव्यवस्था में यूपी दूसरे स्थान पर होगा. यानी जीडीपी के हिसाब से यूपी नॉर्वे से भी आगे पहुंच जाएगा. हालांकि इसके संकेत मंदिर उद्घाटन के बाद दिख ही गए हैं. अयोध्या में प्रतिदिन लाखों पर्यटक पहुंच रहे हैं. ऐसे में पर्यटकों की लगातार बढ़ रही संख्या से माना जा रहा है कि, 2028 तक इसकी जीडीपी 500 अरब डॉलर की हो जाएगी, जबकि 647 अरब डॉलर के साथ महाराष्ट्र पहले स्थान पर होगा.
एसबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, पांच वर्षों में म्यूचुअल फंड में निवेशकों के निवेश के मूल्य यानी एयूएम के मामले में यूपी ने राष्ट्रीय स्तर की तुलना में ज्यादा बढ़त हासिल की है. रिपोर्ट कहती है कि, वित्त वर्ष 2020-24 के दौरान शेयर बाजार में नए निवेशक जोड़ने के मामले में सभी राज्यों को पीछे छोड़ दिया है. इससे यहां करदाताओं की संख्या भी बढ़ी है. पीएम जनधन योजना और स्वनिधि योजना में यूपी का सर्वाधिक हिस्सा है. तो इसी के साथ ही रिपोर्ट में ये भी बताया गया है कि, यहां युवाओं में बेरोजगारी की दर भी घट रही है. बैंक और वित्तीय संस्थान सबसे ज्यादा प्रोजेक्ट को मंजूरी यहीं पर दे रहे हैं. यूपी में बैंक और वित्तीय संस्थानों की मंजूरी दर 16.2 फीसदी रही जबकि गुजरात में यह 14 फीसदी और ओडिसा में 11.8 फीसदी रही है.
बता दें कि, एक तरफ जहां राम मंदिर निर्माण के बाद से यहां के लिए लोगों के धार्मिक आस्था का केंद्रबिंदु है अयोध्या तो वहीं पर्यटन के रूप में विदेशियों को भी आकर्षित कर रहा है तो इसी के साथ यह बढ़ते पर्यटन और बुनियादी ढांचे के विकास के जरिए राज्य की अर्थव्यवस्था को भी अयोध्या मजबूत कर रही है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आर्थिक विकास के लिए धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने को लेकर में मुखर रहे हैं, उन्होंने कई मंचों से बताया है कि, कैसे उत्तर प्रदेश तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की आवाजाही से लाभान्वित होने के लिए तैयार है. बता दें कि उत्तर प्रदेश में वाराणसी का शाश्वत आकर्षण, प्रयागराज का दिव्य संगम, नैमिषारण्य का प्राचीन ज्ञान, गोरखपुर का रहस्यमयी आकर्षण और मथुरा-वृंदावन में कृष्ण भक्ति सामूहिक रूप से उत्तर प्रदेश की आध्यात्मिक तस्वीर को समृद्ध करते हैं. तो वहीं रामलला के विराजमान के बाद पुरुषोत्तम राम की महिमा भी लोगों को खूब आकर्षित कर रही है. वहीं उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से निर्मित, हवाई अड्डे का रनवे 2200 मीटर है. यह हवाई अड्डा A-321 प्रकार के विमानों के परिचालन के लिए उपयुक्त है. इसमें ग्राउंड सपोर्ट इक्विपमेंट (जीएसई) क्षेत्र के साथ-साथ दो लिंक टैक्सीवे और आठ ए-321 प्रकार के विमानों की पार्किंग के लिए उपयुक्त एक एप्रन भी है तो वहीं इसका भी विकास लगातार किया ही जा रहा है ताकि विदेशी पर्यटकों को अयोध्या तक पहुंचने में किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े.
-भारत एक्सप्रेस
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