नई दिल्ली– भारत में चुनाव लड़ने की प्रक्रिया काफी खर्चीली है.चाहे वह टिकट देने का मामला हो या चुनाव प्रचार का.लोकतंत्र में चुनाव लड़ना आम आदमी के बूते की बात नहीं है.अब चुनाव आय़ोग से मिली जानकारी के मुताबिक चुनावी खर्च में बीजेपी सबसे अव्वल है. बीजेपी ने इस साल पांच राज्यों, उत्तर प्रदेश, पंजाब, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में हुए विधानसभा चुनावों में 344.27 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए, जो कि पार्टी के द्वारा किए गए 218.26 करोड़ रुपये के चुनाव खर्च से लगभग 58 फीसद अधिक है.
पांच साल पहले के राज्यों में चुनाव आयोग को सौंपी गई चुनावी खर्च की रिपोर्ट के विश्लेषण से पता चलता है कि कांग्रेस ने इन पांच राज्यों में अपने चुनाव खर्च में भी तेजी से इजाफा किय.पार्टी ने साल 2022 में 194.80 करोड़ रुपये खर्च किए जो कि 2017 में खर्च किए गए 108.14 करोड़ रुपये से 80 प्रतिशत अधिक हैं.आंकड़ों से पता चलता है कि पांच राज्यों में बीजेपी की कुल राशि में से सबसे अधिक 221.32 करोड़ रुपये यूपी में खर्च किए गए है, जहां पार्टी कम बहुमत के साथ सत्ता में वापस आई. 2022 के चुनावों के दौरान यूपी में इसका चुनावी खर्च 2017 के 175.10 करोड़ रुपये के आंकड़े से 26 प्रतिशत अधिक था.2022 में, बीजेपी ने पंजाब में 36.70 करोड़ रुपये खर्च किए, 2017 के विधानसभा चुनावों में उसके 7.43 करोड़ रुपये के खर्च का लगभग पांच गुना अधिक था. फिर भी, पार्टी केवल दो सीटें जीतने में सफल रही, 2017 में उसकी गिनती से एक कम है.
बीजेपी ने गोवा विधानसभा चुनावों में 19.07 करोड़ रुपये खर्च किए, जो 2017 में अपने खर्च 4.37 करोड़ रुपये के मुकाबले चार गुना से अधिक था. मणिपुर और उत्तराखंड में 2022 के विधानसभा चुनावों में पार्टी का चुनावी खर्च 23.52 करोड़ रुपये (2017 में 7.86 करोड़ रुपये) और 43.67 करोड़ रुपये (2017 में 23.48 करोड़ रुपये) था. गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में बीजेपी की सत्ता में वापसी हुई.पांच राज्यों में पार्टी के कुल चुनावी खर्च में से, एक बड़ा हिस्सा अपने नेताओं की यात्रा, सार्वजनिक सभाओं, जुलूसों और प्रचार पर खर्च किया गया था. पार्टी ने पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में वर्चुअल कैंपेन पर भी करीब 12 करोड़ रुपये खर्च किए है.
बीजेपी ने 8 जनवरी को इन राज्यों में विधानसभा चुनाव की घोषणा की तारीख से 63 दिनों में अपने केंद्रीय कार्यालय और यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में अपनी राज्य इकाइयों द्वारा 914 करोड़ रुपये से अधिक राशि की सूचना दी है. 2022 के चुनाव के दौरान कांग्रेस ने 240.10 करोड़ रुपये खर्च करने की जानकारी दी.अभी कांग्रेस पार्टी के चुनावी खर्च का राज्यवार ब्यौरा उपलब्ध नहीं है. कांग्रेस ने “सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स/ऐप्स और अन्य माध्यमों से वर्चुअल कैंपेन” पर 15.67 करोड़ रुपये खर्च करने की जानकारी दी है.लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने वाले राजनीतिक दलों को चुनाव की घोषणा की तारीख से चुनाव की समाप्ति की तारीख तक नकद, चेक या ड्राफ्ट या वस्तु के रूप में एकत्र किए गए सभी धन का लेखा-जोखा रखना आवश्यक है. उन्हें विधानसभा चुनाव के 75 दिनों के भीतर और लोकसभा चुनाव के 90 दिनों के भीतर अपने चुनावी खर्च के विवरण भी चुनाव आयोग को सौंपने होंगे.
-भारत एक्सप्रेस
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