BJP Candidate First List: लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. इसी के साथ कई सीटों को लेकर चर्चा भी शुरू हो गई है. उत्तर प्रदेश में 51 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की सूची जारी होने के बाद भी पीलीभीत को इसमें शामिल नहीं किया गया है, जबकि इससे जुड़ी कई सिटों के लिए टिकट घोषित कर दिए गए हैं. इससे सियासी गलियारों में चर्चा है कि इस सीट को लेकर भाजपा अभी और मंथन कर रही है. तो वहीं चर्चा ये भी है कि वरुण गांधी के अपनी ही पार्टी के खिलाफ विवादित बयानों को देखते हुए पार्टी या तो उनको कहीं और से टिकट दे सकती है या फिर उनका टिकट काटा भी जा सकता है. चर्चा ये भी है कि वरुण गांधी या फिर उनकी मां मेनका गांधी किसी एक को ही भाजपा इस बार टिकट देगी.
पीलीभीत का नाम नहीं होने पर चर्चा का बाजार गर्म
शनिवार यानी 2 मार्च को भाजपा ने 195 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा कर दी है. तो वहीं यूपी में 51 लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का खुलासा भी कर दिया है. इस सूची मे भाजपा ने नया प्रयोग नहीं किया है. पुराने चेहरों को ही पार्टी ने फिर से उतारा है तो वहीं इस सूची में पीलीभीत का नाम न शामिल होने को लेकर चर्चा तेज है. पहली सूची में पड़ोसी जिलों की कई सीटों पर टिकट घोषित होने के बावजूद पीलीभीत सीट का जिक्र न होने पर माना जा रहा है कि कोई नया प्रत्याशी मैदान में उतारकर वरुण गांधी को किसी दूसरी सीट पर भाजपा भेजने की तैयारी कर रही है.
बता दें कि वर्तमान समय में पीलीभीत सीट से वरुण गांधी सांसद हैं. इस सीट की पहचान भी मेनका गांधी और वरुण गांधी के नाम से होती है. वरुण गांधी लगातार अपने क्षेत्र में सक्रिय रहते हैं और जनसंवाद करते रहते हैं. तो वहीं लगातार दो वर्षों से वह अपनी ही सरकार की विभिन्न नीतियों के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं और महंगाई, बेरोजगारी को लेकर निशाना साधते रहे हैं. इसी के साथ ही सुल्तानपुर सीट की भी चर्चा है. यहां से वरुण गांधी की मां मेनका गांधी सांसद हैं. फिलहाल इस पर पार्टी की ओर से कोई बोलने को तैयार नहीं है. इसको लेकर भाजपा की दूसरी लिस्ट में नाम शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं.
बता दें कि सपा भी कई सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर चुकी है. तो वहीं पीलीभीत को लेकर सपा में भी मंथन अभी जारी है. खबरों के मुताबिक, सात से आठ उम्मीदवारों ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को आवेदन सौंपा है. पूर्व मंत्री भगवतसरन गंगवार का नाम चर्चा में है. सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा का कहना है कि, सात से आठ लोगों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को आवेदन सौंपा है. पूर्व मंत्री के नाम की भी चर्चा है. बता दें कि पीलीभीत में जातीय समीकरण काफी अहम है. यहां मुस्लिम,कुर्मी और लोध मतदाताओं को अहम माना जाता है. बीसलपुर क्षेत्र में कुर्मी मतदाताओं की भूमिका महत्वपूर्ण है. ऐसे में सपा किसी ऐसे उम्मीदवार को यहां से उतारने की कोशिश में है जो सभी मतदाताओं को लुभा सके.
-भारत एक्सप्रेस
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