Jharkhand Assembly Election 2024: झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे और आखिरी चरण की 38 सीटों पर सोमवार शाम प्रचार थम गया. इन सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा. इनमें संथाल परगना प्रमंडल और उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल की 18-18 और दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल की दो सीटें शामिल हैं. इस चरण की आठ सीटें अनुसूचित जनजाति और तीन अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित हैं, जबकि सामान्य सीटों की संख्या 27 है.
इस चरण के प्रमुख प्रत्याशियों में बरहेट सीट से झामुमो उम्मीदवार के तौर पर सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren), राजधनवार सीट पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के पहले सीएम बाबूलाल मरांडी, गांडेय सीट से झामुमो की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन, नाला सीट पर झामुमो प्रत्याशी के रूप में विधानसभा के स्पीकर रवींद्र नाथ महतो, चंदनकियारी सीट पर विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी, महागामा सीट पर कांग्रेस की प्रत्याशी मंत्री दीपिका पांडेय सिंह, जामताड़ा में कांग्रेस कोटे के मंत्री इरफान अंसारी, मधुपुर में झामुमो कोटे के मंत्री हफीजुल हसन, डुमरी सीट पर झामुमो प्रत्याशी के रूप में मंत्री बेबी देवी, सिल्ली सीट पर आजसू पार्टी के प्रमुख सुदेश महतो और दुमका सीट पर सीएम हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन शामिल हैं.
2019 में इन सीटों पर हुए चुनाव में सबसे ज्यादा 13 सीटों पर झामुमो (JMM) ने जीत दर्ज की थी, जबकि 12 सीटें भाजपा के खाते में गई थीं. कांग्रेस को 8, झारखंड विकास मोर्चा और आजसू पार्टी को 2-2 एवं सीपीआईएमएल को 1 सीट पर जीत हासिल हुई थी. इस चरण में कुल 528 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं, जिनकी किस्मत कुल 1 करोड़ 23 लाख 58 हजार 195 मतदाता तय करेंगे. इन सभी सीटों पर कुल मिलाकर 14,218 मतदान केंद्र बनाए गए हैं, जहां पोलिंग पार्टियां 19 नवंबर की शाम तक पहुंच जाएंगी. 31 अतिसंवेदनशील मतदान केंद्र ऐसे हैं, जहां सुबह सात से शाम चार बजे तक ही मतदान होगा. इन्हें छोड़ अन्य सभी केंद्रों पर शाम पांच बजे तक वोट डाले जा सकेंगे.
प्रचार के आखिरी दिन भाजपा-एनडीए की ओर से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, लोजपा (रामविलास) प्रमुख एवं केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, असम के सीएम हिमंता बिस्व सरमा और इंडिया ब्लॉक की ओर से लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, सीएम हेमंत सोरेन, झामुमो की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन जैसे नेताओं ने 20 से अधिक जनसभाएं की.
राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने बताया कि 48 बूथों को यूनिक बूथ के रूप में विकसित किया गया है. 239 बूथ ऐसे हैं, जिनका संचालन पूरी तरह महिला कर्मियों के हाथ में होगा. 22 मतदान केंद्रों की व्यवस्था दिव्यांग कर्मी संभालेंगे, जबकि 26 मतदान केंद्रों की व्यवस्था युवाओं के हाथों में सौंपी गई है.
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने कहा है कि चुनाव प्रचार समाप्त होने के साथ ही वहां चुनाव कार्य के लिए गए सभी राजनीतिक लोगों, जो उस क्षेत्र के मतदाता नहीं हैं, को वहां से जाना होगा. प्रचार अवधि समाप्त होने के बाद अगर ऐसे लोग पकड़े गए तो उनके खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
-भारत एक्सप्रेस
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