Kanpur: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक कबड्डी कोच ने सोमवार को अपने घर में सुसाइड कर लिया. ये कदम उठाने से पहले कबड्डी कोच ने एक रील बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. वहीं उसके सुसाइड करने के बाद घर में कोहराम मचा हुआ है. फिलहाल सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. जानकारी के मुताबिक, घर में कोई दिक्कत भी नहीं थी और उसकी कोचिंग भी ठीक-ठाक चल रही थी. फिर भी विक्रांत उपाध्याय ने ऐसा कदम क्यों उठाया? इसकी चर्चा हर किसी की जुबान पर है.
पनकी इलाके स्थित गणेश शंकर विद्यार्थी नगर में रहने वाला विक्रांत अर्मापुर ग्राउंड में लड़कों को कबड्डी की कोचिंग देता था. घर वालों को भी समझ नहीं आ रहा है कि ऐसा क्या हुआ था कि उसने ऐसा खौफनाक कदम उठाया. इस बीच पुलिस विक्रांत के घर पहुंची और परिवार के सभी सदस्यों से पूछताछ की. वहीं विक्रांत के कमरे की तलाशी भी ली गई लेकिन कोई सुसाइड नोट नहीं मिला.
बताया जा रहा है कि विक्रांत ने सुसाइड करने से पहले ‘जीत की हवस नहीं, किसी पे कोई वश नहीं, क्या ज़िन्दगी है ठोकरों पे मार दो, मौत अंत है नहीं तो मौत से भी क्यूं डरें…” गीत के बोल पर रील बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. इसके बाद ही वह अपने कमरे में फांसी के फंदे पर लटका पाया गया था.
पूरे मामले में पुलिस फिलहाल जांच कर रही है. वहीं एडीसीपी अशोक कुमार सिंह का भी बयान आया है. उन्होंने बताया कि पनकी में एक कबड्डी कोच ने सुसाइड किया है. इस मामले में अभी तक परिजनों की तरफ से कोई तहरीर नहीं दी गई है. उन्होंने बताया कि कबड्डी कोच के कमरे से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. आगे उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और इस मामले की विभिन्न एंगल से जांच की जा रही है.
-भारत एक्सप्रेस
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला मैच 22 नवंबर से पर्थ में शुरू होगा. इसमें रोहित शर्मा…
आर्य महाकुंभ में कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने विपक्षी नेताओं को निशाने पर लेते…
रोहिंटन तहेमटन थानेवाला, जिनका जन्म 16 सितंबर 1958 को इंदौर के एक प्रतिष्ठित पारसी परिवार…
टीम इंडिया इस समय बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर है, जहां उसे पांच…
आम आदमी पार्टी के सहयोगी दल के नेता राहुल गांधी बोलते हैं फिनिश, खत्म, टाटा,…
क्या आपने दुनिया के सबसे खतरनाक और विशालकाय जीवों की कहानियां सुनी हैं? समुद्र की…