फोटो-सोशल मीडिया
Kolkata Doctor Rape-Murder Case: पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक प्रशिक्षु महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या की घटना से जहां पूरे देश के चिकित्सकों में उबाल है और विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है तो इसी बीच बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस दिल्ली दौरे पर है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस अपने दिल्ली दौरे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर, उन्हें राज्य के हालात और राज्य में लगातार बिगड़ रही कानून व्यवस्था की स्थिति की जानकारी दे सकते हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीवी आनंद बोस के केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी मुलाकात की संभावना है. बोस उन्हें कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला डॉक्टर के साथ हुए बलात्कार और हत्या के मामले की पूरी रिपोर्ट देंगे. राज्यपाल ने घटना के बाद आरजी कर मेडिकल कॉलेज का दौरा कर वहां प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों से भी मुलाकात की थी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से मुलाकात के दौरान बोस उन्हें राज्य के डॉक्टरों की भावना से भी अवगत कराएंगे.
खबर सामने आ रही है कि अपने दिल्ली दौरे के दौरान पश्चिम बंगाल के राज्यपाल, राज्य के हालात की जानकारी देने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात कर सकते हैं. बोस के कई अन्य गणमान्य व्यक्तियों और नेताओं के साथ भी मुलाकात का कार्यक्रम है.
बता दें कि, पश्चिम बंगाल में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में लगातार हालात बिगड़ते जा रहे हैं. इसके मद्देनजर भाजपा मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से लगातार इस्तीफे की मांग कर रही हैं. इसके अलावा भाजपा के कई नेता केंद्र सरकार से पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग कर रहे हैं. माना जा रहा है कि राज्यपाल की राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद कोई रास्ता निकल सकता है.
बता दें कि कोलकाता में महिला डॉक्टर से रेप और हत्या के मामले में जहां एक ओर चिकित्सक विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं कई सामाजिक संगठन भी इसके विरोध में उतर गए हैं. इसी क्रम में कल मेदिनीपुर कैंडल मार्च निकाला गया. इससे पहले भी कई सामाजिक संगठन व डाक्टर्स कैंडल मार्च निकाल चुके हैं. सोमवार को पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर में तृणमूल कांग्रेस की सांसद जून मालिया ने घटना के विरोध में मोमबत्ती लेकर शांति मार्च निकाला.
तृणमूल नेता ने कहा कि अगले सत्र में संसद में सभी सांसदों को इस घटना पर प्रस्ताव लाना चाहिए. इसके अलावा, कानून को और मजबूत करने की जरूरत है. उन्होंने दोषियों को सजा दिलाने की मांग की. तो वहीं डॉक्टरों के विरोध को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास करने का आश्वासन दिया है. मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि स्वास्थ्य पेशेवरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक समिति गठित की जाएगी.
-भारत एक्सप्रेस
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