देश भर में राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर हर तरफ चर्चा है. जिस राम मंदिर के लिए वर्षो तक लड़ाइयां लड़ी गई, कई लोगों ने अपनी जान दे दी और कितनों ने पूरा जीनव राम मंदिर निर्माण के लिए समर्पित कर दिया, उस राम मंदिर के उद्घाटन औऱ प्राण प्रतिष्ठा को अब कुछ ही दिन रह गया है. राम मंदिर के उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा की तारीख जैसे जैसे करीब आ रही है वैसे वैसे निमंत्रण को लेकर भी लोगों के भीतर बेचैनी बढने लगी है. जिसने भी संघर्ष किया है या जो भी भगवान राम को मानता है हर व्यक्ति को न्योते का इंतजार है. आखिर हो भी क्यों ना? क्योकि भारत के सौ करोड़ लोगों के घरों के साथ ही पूरे विश्व में पूजे जाने जाने वाले मर्यादा पुरुषोत्तम रामलला अपने भाइयों के साथ फिर से अपने घर में विराजमान हो रहे हैं और ऐसी शुभ घड़ी का साक्षी हर कोई बनना चाहता है.
हालांकि रामलला के मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के न्योते के इंतजार में हर कोई अपनी पलके अपने दरवाजे पर तो बिछाए हुए ही है साथ ही अपना मोबाइल फोन भी अपने पास रखा है, क्योंकि जाने कब इस भव्य समारोह का साक्षी बनने का उनको निमंत्रण मिल जाए.
मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण को लेकर राजनीति भी शुरु हो गई है. कई राजनीतिक दल अब तक न्योता ना मिलने के पीछे बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रहे है और राम मंदिर उद्घाटन में न्योता काटने का बीजेपी, आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद को जिम्मेदार ठहरा रहे है.
भव्य दिव्य औऱ ऐतिहासिक समारोह के लिए लिए कुछ खास मापडंदो को ध्यान में रखकर न्योता भेजा जा रहा है. जिसके लिए मंदिर ट्रस्ट ने काफी गहन विचार मंथन के बाद नाम तय किए गए हैं, आज आपको ये भी पता चल जाएगा कि किस किस लोगों को न्योता भेजा जा रहा है जिससे हर किसी के भीतर चल रहा है निमंत्रण को लेकर मंथन भी समाप्त हो जाएगा.
राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट देश और विदेश के कुल 8 हजार लोगों को निमंत्रण भेज रहा है और उन्हें मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता दे रहा है. जिसमें 4 हजार साधु-संत जो अलग-अलग संप्रदाय से जुड़े. 2200 लोग गृहस्थ शामिल होंगे और बाकी के बचे न्योते में अलग अलग क्षेत्रों से जुडे प्रतिनिधि शामिल होंगे.
किस किस कटेगरी में भेजा जा रहा है न्योता?
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस कार्यक्रम के लिए खास आमंत्रित किया गया है.
भारत के सभी पूर्व प्रधानमंत्री को भी इस कार्यक्रम के लिए न्योतe भेजा गया है.
लोकसभा राज्यसभा के दोनोx सदनों के नेता प्रतिपक्ष को (opposition leaders) न्योता भेजा गया है.
सभी राष्ट्रीय पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को भी न्योता भेजा गया है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री महंत योगी आदित्यनाथ को भी आमंत्रित किया गया है.
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल को भी आमंत्रित किया गया है.
कुछ प्रमुख पद्म पुरस्कार पाने वाले लोगों को भी निमंत्रण भेजा जा रहा है.
कुछ प्रमुख पूर्व सेना अधिकारियों को भी इसमें आने का निमंत्रण भेजा जा रहा है.
देश के लिए अदम्य साहस के साथ लड़ने वाले वीरचक्र विजेताओ को भी आमंत्रण भेजा गया है.
इसरो के वैज्ञानिक निलेश देशाई को न्योता भेजा गया है.
सूर्य तिलक औऱ धनुष विद्या के प्रमुख को भी निमंत्रण गया है.
खेल जगत के प्रमुख खिलाड़ियों को भी निमंत्रण भेजा गया है.
कुछ प्रमुख साहित्य और लेखकों को भी रामंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में शामिल होने का न्योता भेजा गया है.
कुछ प्रमुख किसानों को न्योता गया है.
बॉलीवुड और सिनेमा जगत के कुछ लोगों को निमंत्रण भेजकर उन्हें इसमें शामिल होने का न्योता गया है.
उत्तर प्रदेश के पुलिस विभाग, CRPF और भारतीय सेना के प्रमुख पदाधिकारियों को निमंत्रण गया है.
व्यापार और उद्योग जगत के प्रमुख हस्तियों को भी इसमें आमंत्रित किया गया है.
भारत के प्राचीन और बड़े मंदिरों के सीईओ या प्रमुख पदाधिकारी को आमंत्रण भेजा गया है.
धार्मिक या सामाजिक क्षेत्रों में काम करने वाली सांस्था के प्रमुख को निमंत्रण दिया गया है.
प्रमुख मीडिया संस्थान के मालिक को भी इस कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है.
इस मंदिर को बनाने में दिन रात मेहनत करने वालों में से 10-15 % कारीगरों को आमंत्रित किया गया है.
200 वेंडर जो इस मंदिर के लिए सप्लाई कर रहे हैं उनके प्रमुखो को भी आमंत्रित किया है.
इस मंदिर निर्माण के संघर्ष में बलिदान देने वाले लोगों के परिवार के सदस्य को भी आमंत्रित किया गया है.
IIT-IIM के प्रमुख लोगों को निमंत्रण भेजा जा रहा है.
कुछ प्रमुख NRI को भी निमंत्रण भेजा रहा है.
कुछ प्रमुख देशों के राजदूतों को भी प्राण प्रतिष्ठा में आमंत्रित किया गया है.
प्रमुख चित्रकार और आर्टिस्ट को भी निमंत्रण भेजा गया है.
सभी धर्मों और पंथों के धार्मिक गुरुओ को भी निमंत्रण भेजा गया है.
विश्व हिंदू परिषद और आर एस एस और बीजेपी से कितने लोगों को मिला निमंत्रण.
राम मंदिर संघर्ष को खड़ा करने और उसे मूर्त रूप में साकार करने के लिए प्रयत्नशील रहने वाली विश्व हिंदू परिषद के सिर्फ 100 लोगों को ही राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के लिए निमंत्रित किया गया है.
VHP की मातृ संस्था RSS के सिर्फ 25 प्रमुख लोगों को ही निमंत्रित किया गया है.
RSS से जुड़े 40 अलग-अलग संगठनों से सिर्फ एक-एक ही प्रतिनिधि को आमंत्रित किया गया है.
BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगतप्रकाश नड्डा को ही राष्ट्रीय पार्टी के प्रमुख होने के नाते आमंत्रित किया गया है.
सदी के महानायक- अमिताभ बच्चन,
भगवान राम के किरदार- अरुण गोविल
बैटमिंटन खिलाड़ी गोपीचंद
डायरेक्टर- मधुर भंडारकर
सेंसर बोर्ड के प्रमुख- प्रशून जोशी
किसी भी प्रदेश के मुख्यमंत्री को इस कार्यक्रम का निमंत्रण नही भेजा जाएगा.
किसी भी प्रदेश के राज्यपाल को इसमें आमंत्रित नहीं किया जाएगा.
राष्ट्रीय पार्टी छोडकर किसी भी राज्य के पार्टी प्रमुखों को या पदाधिकारी को आमंत्रित नहीं किया जाएगा.
(सिर्फ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और वहां के राज्यपाल को छोड़कर )
16 जनवरी 2024 को अयोध्या में पूजा शुरू हो जाएगी, प्राण प्रतिष्ठा की पूजा काशी के प्रसिद्ध कर्मकांड के विद्वान गणेश्वर शास्त्री “द्रविड़” और लक्ष्मीकांत दीक्षित कराएंगे. जबकि प्राण प्रतिष्ठा के बाद से 46 दिन तक लगातार मंडल पूजा शुरू रहेगी. जिसको दक्षिण भारत के विश्व प्रसन्न तीर्थ जी के नेतृत्व में संपन्न किया जाएगा.
-भारत एक्सप्रेस
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