भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने गुरुवार को मुंबई के आजाद मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की मौजूदगी में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. वह तीसरी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बने हैं. वहीं शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और NCP के अजीत पवार (Ajit Pawar) नए मंत्रिमंडल में उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
एकनाथ शिंदे पहली बार उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. वहीं अजीत पवार छठी बार प्रदेश के डिप्टी सीएम बने हैं. शपथ ग्रहण समारोह में एनडीए के कई मुख्यमंत्री और नेता शामिल हुए.
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा तथा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में उसके सहयोगी दलों का प्रतिनिधित्व करने वाले कई मुख्यमंत्री मौजूद रहे. समारोह में शाहरुख खान, सलमान खान, संजय दत्त, माधुरी दीक्षित नेने, रणबीर कपूर, सचिन तेंदुलकर जैसी कई दिग्गज हस्तियां शामिल हुईं.
यह तीसरी बार है जब नागपुर दक्षिण-पश्चिम से विधायक 54 वर्षीय फडणवीस, मंत्रालय (राज्य प्रशासनिक मुख्यालय) की छठी मंजिल पर प्रतिष्ठित मुख्यमंत्री कार्यालय में बैठेंगे. उनका पिछला कार्यकाल 2014 से 2019 तक था. 2014 में फडणवीस को प्रधानमंत्री मोदी ने इस पद के लिए चुना था, क्योंकि उन्होंने पार्टी को 122 सीटों की उस समय की सबसे बड़ी जीत दिलाई थी. पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद 2019 में फडणवीस ने फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ ली और अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन यह सरकार बमुश्किल 72 घंटे ही चल पाई.
पिछले ढाई साल से महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शासन करने के बाद शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे को देवेंद्र फडणवीस की नई सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार करने की कड़वी गोली निगलनी पड़ी है. यह घटनाक्रम दोनों दलों के बीच गहन बातचीत के बाद ही संभव हो सका. शिंदे पद स्वीकार करेंगे या नहीं, इस बात पर सस्पेंस शपथ समारोह से केवल दो घंटे पहले ही खत्म हो सका, जब शिवसेना नेता और पूर्व मंत्री उदय सामंत ने बताया, ‘एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे.’
इससे पहले बुधवार (4 दिसंबर) को फडणवीस को सर्वसम्मति से महाराष्ट्र भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया, जिससे तीसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में उनके शपथ ग्रहण का मार्ग प्रशस्त हुआ.
मालूम हो कि महाराष्ट्र में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ गठबंधन महायुति (Mahayuti) ने 288 में से 230 सीटें जीतकर शानदार जीत हासिल की. यह परिणाम BJP के लिए मील का पत्थर साबित हुआ, जो 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. उसके बाद एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली Shiv Sena और अजित पवार के नेतृत्व वाली NCP क्रमश: 57 और 41 सीटों पर रहीं. दूसरी ओर विपक्ष के महा विकास अघाड़ी (MVA) को इन चुनावों में बड़ा झटका लगा, जिसमें कांग्रेस को सिर्फ 16 सीटें मिलीं. इसके गठबंधन सहयोगी शिवसेना (UBT) ने 20 सीटें जीतीं, जबकि NCP (शरद पवार गुट) को सिर्फ 10 सीटें मिलीं.
-भारत एक्सप्रेस
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