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Mainpuri Bypoll: डिंपल Vs रघुराज, किसके सिर ताज? चाचा बने चाणक्य, BJP का दांव ‘शाक्य’

Mainpuri Bypoll: मैनपुरी (Mainpuri Loksabha Seat) में मुकाबला बेहद टाइट है. बीजेपी और समाजवादी पार्टी में जबरदस्त फाइट है. सपा प्रत्याशी डिंपल यादव के लिए पूरा सैफई परिवार रात-दिन चुनाव प्रचार में लगी है, तो बीजेपी भी लगातार अपने प्रत्याशी के समर्थन में प्रचार कर रही है. सीएम योगी आज सपा के गढ़ करहर में चुनावी जनसभा करेंगे और बीजेपी कार्यकर्ताओं में जोश भरेंगे.

बीजेपी कल्याणकारी योजना और सीएम योगी के नेतृत्व पर चुनावी मैदान में है. वहीं, अखिलेश यादव पिता मुलायम सिंह यादव के नाम पर करहल में चुनाव प्रचार करते नजर आए. अखिलेश ने मंच से कहा कि ये नेता जी का क्षेत्र है, यहां से लोगों ने नेता जी को समय-समय पर वोट दिया है. जब भी नेता जी खड़े हुए, यहां के लोगों ने पूरा समर्थन नेता जी को दिया. उन्होंने आगे कहा कि नेता जी जिंदगी भर आपके बीच में रह कर सेवा की है.

चाचा बने ‘चाणक्य’

डिंपल यादव को जिताने के लिए एक तरफ अखिलेश यादव तो वहीं दूसरी तरफ शिवपाल यादव ने मोर्चा संभाला है. शिवपाल यादव डोर-टू-डोर प्रचार कर रहे हैं. शिवपाल बीजेपी के नेता और मंत्रियों पर आरोप भी लगा रहे हैं. शिवपाल ने एक बयान में तो ये भी कह दिया कि बीजेपी के तमाम नेता गुप्त रुप से सपा के लिए प्रचार कर रहे हैं.

अब बदल चुकी है तस्वीर

बीजेपी के प्रत्याशी रघुराज शाक्य कभी शिवपाल यादव के करीबी रहे, लेकिन शिवपाल ने जब अखिलेश से हाथ मिला लिया तो अपने शिष्य पर घोखा देने का आरोप लगा दिया. लेकिन मैनपुरी की तस्वीर अब पूरी तरह से बदल चुकी है और मुकाबला बेहद टाइट हो गया है.

रघुराज को जिताने के लिए बीजेपी ने लगाया दमखम

डिंपल यादव को भले ही पति अखिलेश और चाचा शिवपाल का साथ मिला हो, लेकिन बीजेपी के मंत्रियों ने भी रघुराज शाक्य को जिताने के लिए दमखम लगा दिया है. बीजेपी का कहाना है कि मैनपुरी की जनता इस बार धोखा खाने वाली नहीं है. नेती जी इस चुनाव में नहीं है. रघुराज शाक्य को लोग जानते और पहचानते हैं. साथ ही जब चाहें उनसे मिल भी सकते हैं.

ये भी पढ़ें : Mainpuri Election: ‘वोटिंग से एक दिन पहले अपने घरों में न सोएं’- डिंपल यादव की सपा कार्यकर्ताओं को सलाह, किस बात का सता रहा डर

सपा के ताबूत में सेंघ लगाने की कोशिश में बीजेपी

मैनपुरी में अखिलेश यादव ने डेरा डाल रखा है. शिवपाल यादव भी अपनी तरफ से भी कोई कोर कसर बाकी नहीं रख रहे हैं. लेकिन ये भावना मैनपुरी उपचुनाव तक बनी रहने वाली है या आगे भी रहेगी. ऐसे ख्याल शिवपाल यादव के मन में भी आते ही होंगे. खासकर यूपी चुनाव के नतीजे आने के बाद जो घटनाक्रम उनके साथ होते रहे उसके बाद मन में ये सवाल आना और ख्याल आना स्वाभाविक है. हालांकि, बीजेपी इन सब से परे अपनी रणनीति पर काम कर रही है और समाजवादी पार्टी के आखिरी ताबूत में सेंध लगाने के मकसद से मैनपुरी के मैदान में जोर आजमा रही है.

-भारत एक्सप्रेस

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