केंद्र की मोदी सरकार ने इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (Hizb-ut-Tahrir) पर बैन लगा दिया है. इस संगठन की स्थापना साल 1953 में येरुशलम में किया गया था. इस संगठन का उद्देश्य आतंकी गतिविधियों और जिहाद के जरिए वैश्विक स्तर पर खिलाफत इस्लामिक राज्य की स्थापना करना है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से जारी की गई अधिसूचना में हिज्ब-उत-तहरीर पर आतंकी साजिश रचने, टेरर फंडिंग और युवाओं को कट्टरपंथी बनाने के साथ ही ISIS में शामिल करने की बात कही गई है. ये संगठन भोले-भाले युवाओं को आतंकी संगठनों में शामिल करने के लिए ब्रेन वॉश करता है.
यह भी पढ़ें- अपने Ratan को खोने की खबर सुनकर गम में डूबा जमशेदपुर, जानें क्यों वहां के दिलों में बसते हैं Tata
अधिसूचना में ये भी कहा गया है कि हिज्ब-उत-तहरीर युवाओं को कट्टरपंथी बनाने, आतंकी संगठनों में शामिल करने के लिए अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और सुरक्षित एप्स का इस्तेमाल करता है. यह संगठन आंतरिक सुरक्षा और लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए एक गंभीर खतरा है. इस समूह को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 के तहत केंद्र सरकार ने प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया है.
यह भी पढ़ें- जम्मू कश्मीर: विधायक दल के नेता चुने गए उमर अब्दुल्ला, 4 निर्दलीय विधायकों ने भी दिया समर्थन
-भारत एक्सप्रेस
यहां हर वर्ष दिसंबर से अप्रैल तक भोलेनाथ बाबा बर्फानी के रूप में विराजमान होते…
भोपाल के मिंडोरा इलाके में एक लावारिस कार में बड़ी मात्रा में नकद और कीमती…
Chaudhary Charan Singh Birth Anniversary: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की…
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता द्वारा दायर याचिका पर दिल्ली हाई कोर्ट…
पीएम मोदी ने आगे कहा कि भाषा एक समय हाशिए पर रहने वाले समुदायों के…
इस मामले में लालू प्रसाद यादव सहित उनके परिवार के पांच सदस्य आरोपी है. इसमें…