Bihar News: मानव तस्करी के मामले में NIA ने बड़ी कार्रवाई करते हुए गोपालगंज में मानव तस्करी के आरोप में होटल संचालक प्रह्नाद सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. थावे इलाके में वह होटल का संचालन कर रहा था. बता दें कि सोमवार को गुरुग्राम से यूट्यूबर बॉबी कटारिया को पुलिस ने गिरफ्तार किया था. उसके बाद इसे दूसरी बड़ी कार्रवाई माना जा रहा है. इन लोगों पर आरोप है कि विदेशों में नौकरी दिलाने के बहाने गलत वीजा देकर कंबोडिया से पाकिस्तान के एजेंट के पास लोगों को बेच दिया करते थे.
बता दें कि सोमवार की देर रात में गुप्त सूचना मिलने के बाद एनआईए ने बिहार के गोपालगंज में छापा मारकर आरोपी प्रह्लाद सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. उसके होटल के साथ ही घर पर भी छापेमारी की गई. फिलहाल उससे एनआईए की टीम पूछताछ करने में जुट गई है.
गौरतलब है कि सोमवार को मानव तस्करी के आरोप में एनआईए ने गुरुग्राम से यूट्यूबर बॉबी कटारिया, दिल्ली से नबी आलम, बड़ोदरा से मनीष हिंगू, चंडीगढ़ से सरताज सिंह को गिरफ्तार कर लिया था. इसी के बाद छानबीन में एनआईए को प्रह्लाद सिंह के खिलाफ भी कई सबूत मिले और इसी के बाद टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उसे भी दबोच लिया. फिलहाल इस मामले में टीम अब आगे की कार्रवाई में जुट गई है.
मीडिया सूत्रों के मुताबिक यूपी के फतेहपुर के रहने वाले अरुण कुमार और धौलाना निवासी मनीष तोमर ने पुलिस में एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी और पुलिस को बताया था कि उन लोगों ने इंस्टाग्राम पर विदेश में काम देने से संबंधित एक विज्ञापन देखा था जो कि इंस्टाग्राम के साथ ही यूट्यूब पर कटारिया के ऑफिशियल अकाउंट से भी शेयर किया गया था. शिकायतकर्ता ने ये भी कहा था कि इन्फ्लुएंसर से संपर्क करने के लिए उन लोगों को गुरुग्राम के एक मॉल में स्थित ऑफिस में मिलने के लिए कहा गया था.
शिकायतकर्ताओं ने कटारिया पर लाखों रुपये लेकर उन्हें चीन की कंपनी में ले जाने का आरोप लगाया था. इसी के साथ ही ये भी आरोप लगाया गया है कि करीब 150 भारतीय इसी प्रकार मानव तस्करी करके लाए गए थे जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं. बता दें कि मानव तस्करी के मामले में अलग-अलग राज्य में आठ प्राथमिकी दर्ज की गई थी. फिलहाल शिकायतकर्ताओं ने पुलिस से ये भी कहा है कि हो सकता है कि ये इंटरनेशनल स्तर पर साइबर ठगी का बड़ा गिरोह हो. बता दें कि सोमवार शाम कटारिया को उसके गुरुग्राम ऑफिस से गिरफ्तार किया गया है. शिकायत मिलने के बाद ही कटारिया के साथ ही अन्य लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई थी.
मानव तस्करी के मामले में एनआईए की जांच में सामने आया है कि युवाओं को विदेश में अच्छी नौकरी दिलाने के नाम पर इन लोगों को पाकिस्तान के एजेंट के हाथ में बेच दिया जाता था और फिर तमाम अवैध काम करने के लिए मजबूर किया जाता था. इन लोगों से तमाम देशों में फर्जी कॉल सेंटरों में चल रहे क्रेडिट कार्ड फ्रॉड और हनी ट्रैप जैसे अवैध कामों को करने के लिए भी दबाव बनाया जाता था.
-भारत एक्सप्रेस
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