UP Politics: अयोध्या में राम मंदिर उद्घाटन से पहले सियासत तेज होती दिखाई दे रही है. जहां एक ओर मंदिर उद्घाटन से पहले मकर संक्रांति के दिन यानी 15 जनवरी को यूपी कांग्रेस के करीब 100 नेता अयोध्या यात्रा पर जा रहे हैं और इस यात्रा को व्यक्तिगत बताते हुए राजनीति से न जोड़ने की बात कह रहे हैं. वहीं दूसरी ओर उनकी इस यात्रा पर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि, “हे राम, अयोध्या आने वाले कांग्रेस नेताओं को आप सदबुद्धि प्रदान करें, जो आपको काल्पनिक बताते नहीं अघाते थे.”
बता दें कि यूपी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की एक टीम 15 जनवरी को मकर संक्रांति वाले दिन अयोध्या यात्रा पर जा रही है. इस सम्बंध में कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राय बता चुके हैं कि, ’15 जनवरी को मैं अयोध्या जा रहा हूं. हमारे महासचिव और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे, वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी और पीएल पुनिया भी अयोध्या जाएंगे. कुल मिलाकर, लगभग 100 कांग्रेस नेता अयोध्या जाएंगे.’ इसी के साथ ही अजय राय ये भी कह चुके हैं कि ‘हम अयोध्या अपनी धार्मिक भावनाओं के कारण जा रहे हैं.
प्रदेश कांग्रेस का अध्यक्ष बनने के बाद यह मेरी पहली अयोध्या यात्रा है. पहले मैं कई बार अयोध्या जा चुका हूं.” इसी के साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि, इस यात्रा को राजनीति से न जोड़ा जाए और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा था कि, ”मैं बाबा विश्वनाथ की नगरी से हूं. भगवान राम में हमारी आस्था है. वे (भाजपा) धर्म के नाम पर आयोजन करते हैं.
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तो वहीं कांग्रेस की इस यात्रा पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपने अधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए निशाना साधा है और कहा है कि, “हे राम, अयोध्या आने वाले कांग्रेस नेताओं को आप सदबुद्धि प्रदान करें जो आपको काल्पनिक बताते नहीं अघाते थे.”
इसी के साथ ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर भी तंज कसा है और कहा है कि, कांग्रेस से बुआ हाथ न मिला लें, कहीं इसलिए तो बबुआ परेशान नहीं है. मालूम हो कि, इस बात को लेकर कयास लगाया जा रहा है कि, बसपा इंडिया गठबंधन में शामिल होने के लिए कांग्रेस से हाथ मिला सकती है और इसको लेकर चर्चा भी जोरों पर है, लेकिन अभी तक आधिकारिक रूप से इस पर कुछ भी नहीं कहा गया है. राजनीतिक गलियारों में इसको लेकर चर्चा जोरों पर है कि बसपा-कांग्रेस मिलकर यूपी में भाजपा को कड़ी चुनौती दे सकती है.
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