देश

‘आक्रमणकारियों ने मंदिरों को नष्ट किया’ संघ प्रमुख मोहन भागवत बोले- कड़वाहट भुला राष्ट्र निर्माण में जुटें

RSS Chief Mohan Bhagwat on Ram mandir Inauguration: राम मंदिर की प्रतिष्ठा से पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने विशेष अपील की है. उन्होंने कड़वाहट भुलाकर संघर्ष को खत्म करने का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि सभी को साथ आकर राष्ट्र निर्माण में जुट जाना चाहिए. भागवत ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर एक आलेख लिखा है. जिसमें उन्होंने कहा कि मंदिर को लेकर पक्ष और विपक्ष में जो विवाद शुरू हुआ उसे खत्म कर देना चाहिए. समाज के प्रबुद्ध लोगों को सोचना होगा विवाद खत्म करने की पहल करनी चाहिए. उन्हें आगे आकर यह बीड़ा उठाना होगा.

यह भी पढ़ेंः Ram Mandir: अब भगवा ट्रेन से सफर करेंगे राम भक्त, मंदिर उद्घाटन के बाद अयोध्या के लिए दौड़ेंगी 300 से अधिक ‘आस्था’ ट्रेनें, मिलेगी ये खास सुविधा

इस्लाम के नाम पर आक्रमण कई बार हुए

संघ प्रमुख ने कहा कि अयोध्या की पहचान ऐसे नगर से हो जहां कोई युद्ध और संघर्ष नहीं हो. उन्होंने कहा कि भारत का इतिहास डेढ़ हजार वर्षों से आक्रांताओं से निरंतर संघर्ष का है. शुरुआती आक्रमणों का उद्देश्य केवल लूटपाट करना होता था. लेकिन इसके बाद इस्लाम के नाम पर हुए आक्रमणों के समाज में वैमनस्य और अलगाव की स्थिति उत्पन्न हुई. इस्लाम के नाम पर देश आए आक्रमणकारियों ने भारत के मंदिरों को नष्ट कर दिया. ऐसा उन्होंने अनेकों बार किया.

तुष्टिकरण के चलते नहीं हो पाया मंदिर का निर्माण

मोहन भागवत ने कहा कि 1947 में आजादी मिलने के बाद सोमनाथ मंदिर को पुनः नए सिरे से बनाना शुरू किया. रामजन्मभूमि की मुक्ति के संबंध में विचार किया जा सकता था लेकिन सरकारों की संकीर्ण सोच और तुष्टिकरण की राजनीति के चलते ऐसा संभव नहीं हो पाया. इसके बाद 1980 में राम जन्मभूमि की मुक्ति के लिए आंदोलन शुरू हुआ जोकि 30 वर्षों तक जारी रहा. 1949 में राम जन्मभूमि पर भगवान श्रीरामचंद्र की मूर्ति की प्राकट्य हुआ. 1986 में अदालत ने मंदिर का ताला खोल दिया.

यह भी पढ़ेंः पीएम मोदी धनुषकोडि पहुंचे, कोदंडारामस्वामी मंदिर में की पूजा-अर्चना

134 वर्षों की कानूनी लड़ाई के बाद मिली सफलता

इसके बाद कारसेवकों पर 1990 में गोलियां चलाई गईं. 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राम मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाया. 9 नवंबर 2019 को 134 वर्षों के कानूनी संघर्ष के बाद सुप्रीम कोर्ट ने संतुलित निर्णय दिया. इसके बाद मंदिर का भूमिपूजन 5 अगस्त 2020 को हुआ और अब 22 जनवरी 2024 को रामलला की मूर्ति स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आयोजन किया गया है.

Rakesh Choudhary

राकेश चौधरी भारत एक्सप्रेस वेबसाइट में सीनियर कंटेट राइटर के पद कार्यरत हैं। पिछले 6 वर्षों से मीडिया क्षेत्र में काम कर रहे हैं। मूलरूप से जोधपुर (राजस्थान) के रहने वाले हैं। दिल्ली से पत्रकारिता और पोस्ट ग्रेजुएशन करने के बाद अपने करियर की शुरुआत वर्ष 2018 में अमर उजाला डिजिटल (नोएडा) से की। इसके बाद समाचार प्लस, दैनिक जागरण, Inshorts मीडिया, News 24 और डीडी स्पोर्ट्स में भी अपनी सेवाएं दीं। प्रिंट और डिजिटल मीडिया में रहने हुए पाॅलिटिकल बीट पर काम किया।

Recent Posts

Bihar Kokila Sharda Sinha: पटना में होगा शारदा का अंतिम संस्कार, बेटे ने कहा- मां हमेशा लोगों के दिलों में रहेंगी

शारदा सिन्हा के पार्थिव शरीर को सुबह-सबेरे दिल्ली एयरपोर्ट लाया गया. एम्स में बीजेपी सांसद…

2 hours ago

केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर से हिंदुजा ग्रुप के चेयरमैन अशोक पी. हिंदुजा ने की मुलाकात, इन मुद्दों पर हुई चर्चा

केंद्रीय मंत्री खट्टर ने भारत के बिजली और आवास क्षेत्रों को मजबूत करने के लिए…

8 hours ago

चुनावी सभा से लौटे योगी तो कसे अफसरों के पेंच, कहा- जनहित के लिए बजट की कमी नहीं, परियोजनाओं को समय पर पूरा करें: मुख्यमंत्री

 चुनावी अभियान से वापस लौटे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को एक उच्चस्तरीय बैठक में…

10 hours ago

लोक गायिका शारदा सिन्हा का निधन, कई दिनों से AIIMS में चल रहा था इलाज

लोक गायिका शारदा सिन्हा का दिल्ली स्थित एम्स में निधन हो गया. उन्होंने 72 वर्ष…

11 hours ago

सुनवाई में बाधा डाल रहे वकील को दिल्ली हाई कोर्ट ने दिया ये आदेश, अब अगली Hearing पर करना होगा ये काम

दिल्ली हाईकोर्ट ने कई चेतावनी के बावजूद सुनवाई में बाधा डालने को लेकर एक वकील…

11 hours ago