Borewell News update: मध्यप्रदेश के बैतूल में 6 दिसंबर को बोरबेल में गिरे बच्चे को बाहर निकाल लिया गया है. हालांकि मासूम बच्चे को बचाया नहीं जा सका है. बच्चे को बाहर निकालने के लिए 84 घंटे की कड़ी मशक्कत की गई. मासूम बच्चे की उम्र मात्र आठ साल ही थी. बच्चे को निकालने के बाद सीधे जिला अस्पताल ले जाया गया. लेकिन वहां डॉक्टर ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया. पांच दिन पहले मासूम बच्चा करीब 400 फीट गहरे बोरवेल गिर गया था. पता चलने पर राहत बचाव की टीम मौके पर पहुंची और अपना रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया.
तन्यम की मौत की खबर सुनते ही मां-बाप फूट-फूट कर रोने लगे. जमीन से लगातार निकल रहे पानी और विशाल चट्टान की वजह से उसके बचाव कार्य में जुटे कर्मचारियों को काफी परेशानी हुई. अंत में आखिरकार उन्हें सफलता मिल गई, लेकिन तन्यम की जान नहीं बच पाई.
तन्मय की मां ज्योति साहू ने कहा, “मेरा बच्चा कुछ भी हो, मुझे दे दो. किसी नेता या अधिकारी का बच्चा होता तो क्या इतना समय लगता?” उन्होंने कहा, “इतना समय बीत गया है, और वे कुछ नहीं कह रहे हैं. मुझे देखने भी नहीं दे रहे हैं. उसके पिता सुनील साहू ने कहा है, “मेरी 12 साल की बेटी ने उसे बोरवेल में गिरते हुए देखा और घटना की जानकारी दी. हम तुरंत मौके पर पहुंचे. उसकी सांस चल रही थी और हमने पूछताछ करते हुए उसकी आवाज सुनी. बचाव कार्य 6 दिसंबर को शाम 6 बजे से शुरू किया गया था.”
इस मामले पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने दुख जताया है. सीएम शिवराज ने तन्मय के निधन पर दुख जताते हुए कहा, “अत्यंत दुखद है कि बैतूल के मांडवी गांव में बोरवेल में गिरे नन्हे तन्मय को प्रशासन के अथक प्रयासो के बाद भी नहीं बचाया जा सका. ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं.” साथ ही उन्होंने परिवार के लिए आर्थिक मदद का ऐलान करते हुए कहा, ” दुःख की इस घड़ी में तन्मय का परिवार स्वयं को अकेला न समझे, मैं और संपूर्ण मध्यप्रदेश परिवार के साथ है. राज्य सरकार की ओर से पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जायेगी. ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें. विनम्र श्रद्धांजलि.”
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