Atiq-Ashraf Murder Case: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ उर्फ खालिद अजीम की हत्या क्यों की गई और किसने कराई?, इस राज से पर्दा उठाने के लिए अब पुलिस ने बड़ा निर्णय लिया है. जल्द ही शूटरों का लाई डिटेक्टर और नार्को टेस्ट किया जाएगा. इसको लेकर एसआइटी की ओर से कवायद भी शुरू कर दी गई है और जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी.
बता दें कि 5 अप्रैल की रात को माफिया ब्रदर्स की उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जब दोनों को पुलिस कस्टडी में प्रयागराज के मोती लाल नेहरू मंडलीय चिकित्सालय (काल्विन) में मेडिकल जांच के लिए ले जाया जा रहा था. हत्यारे पत्रकार बनकर आए थे और माफिया ब्रदर्स से सवाल-जवाब कर रहे पत्रकारों में शामिल हो गए थे व मौका मिलते ही हथकड़ी में बंधे दोनों माफियाओं पर फायर झोंक दिया था, जिससे मौके पर ही दोनों की मौत हो गई थी. हालांकि दोनों को मारने के बाद शूटरों ने खुद को पुलिस के हवाले कर दिया था. लवलेश तिवारी, सनी सिंह व अरुण मौर्या ने इस वारदात को अंजाम दिया था. इन तीनों को पुलिस ने तत्काल गिरफ्तार कर लिया था. तो वहीं मुकदमे की विवेचना के लिए एडीसीपी क्राइम सतीश चंद्र की अध्यक्षता में एसआइटी गठित की गई है.
दरअसल, तीनों से पूछताछ में माफिया ब्रदर्स के हत्यारों से पुलिस को कई सवालों का प्रमाणिक जवाब नहीं मिला है. इसी वजह से लाई डिटेक्टर और नार्को टेस्ट का निर्णय लिया गया है. पुलिस के एसआइटी की ओर से कवायद शुरू कर दी गई है. पुलिस का कहना है कि टेस्ट के बाद हत्याकांड का सच सामने आ जाएगा और माफिया ब्रदर्स की हत्या की साजिश से पर्दा उठ सकता है.
अतीक-अशरफ हत्याकांड मामले में पुलिस की ओर से 45 दिनों में चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी की जा रही है. ताकि आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में ट्रायल शुरू हो सके. आरोप पत्र कोर्ट में पेश करने के बाद भी मुकदमे की विवेचना प्रचलित रहेगी और फिर लाई डिटेक्टर-नार्को टेस्ट कराते हुए अन्य साक्ष्य संकलित कर पूरक चार्जशीट भी दाखिल की जाएगी.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, हत्यारों से की गई पूछताछ में जो बयान सामने आया, उसकी पुलिस ने जब वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर मिलान कराया तो कई कड़ियां नहीं जुड़ पाईं. कई सवालों का प्रमाणिक जवाब भी नहीं मिल सके थे. हत्याकांड की साजिश शूटरों ने खुद रची थी, यह बात किसी के गले से नहीं उतर रही है. पुलिस को आशंका है कि षड्यंत्र में कुछ और लोग शामिल हो सकते हैं. जिनका नाम हत्यारे नहीं बता रहे हैं. फिलहाल लाई डिटेक्टर और नार्को टेस्ट होने पर हत्याकांड से जुड़े कई सच सामने आने की सम्भावना है.
बता दें कि गिरफ्तारी के बाद पांच दिनों तक शूटरों से पुलिस ने कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ की थी. इस दौरान सामने आया था कि, सनी सिंह को दिल्ली के गैंगस्टर गोगी ने तुर्किए की पिस्टल जिगाना, गिरसान रखने के लिए दी थी. मगर, गोगी की हत्या के बाद सनी असलहों को लेकर अपने घर भाग गया था. पुलिस पूछताछ में शूटरों ने हत्या को लेकर साजिश करने के लिए किसी का भी नाम नहीं लिया था बल्कि कहा था कि उन तीनों ने अपना नाम कमाने के लिए अतीक व अशरफ की हत्या की थी.
-भारत एक्सप्रेस
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