UP News: शनिवार देर रात पुलिस कस्टडी में मेडिकल के लिए ले जाए जा रहे माफिया ब्रदर्स अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या के मामले में यूपी पुलिस घिरती नजर आ रही है. विपक्षी दल से लेकर मौलाना भी लगातार यूपी की कानून व्यवस्था और भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं. ताजा बयान आइएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खां, बसपा नेता इमरान मसूद और जमीयत उलेमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी की ओर से आया है. तौकीर रजा ने तो यहां तक कह दिया है कि, ‘पुलिस ने सुपारी देकर अतीक-अशरफ की हत्या कराई है.’
दरगाह आला हजरत के पास स्थित अपने आवास पर मौलाना तौकीर रजा खां ने एक प्रेस वार्ता के दौरान कहा है, “पुलिस ने तीनों बदमाशों को सुपारी देकर अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की हत्या कराई है. इसके पुख्ता सबूत वीडियो में ही देखे जा सकते हैं. हत्यारों के इतने फायर करने के बाद भी पुलिस ने उनके ऊपर ना तो एक भी फायर किया, उल्टा उनको गोद में लेते हुए साथ ले गई.” उन्होंने आगे कहा कि, मेरा इतना कहना है कि हालात किसी से छुपे नहीं है. पुलिस जो करवा रही है, वो जुल्म है. इस पूरे मामले की जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा देकर मामले की जांच करवानी चाहिए.
मौलाना तौकीर रजा ने विकास दुबे से लेकर अब तक जो एनकाउंटर किये गए हैं, उसकी जांच की मांग करते हुए दावा किया कि सारे एनकाउंटर फर्जी हैं. मौलाना ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस और गुंडों के बीच गठबंधन बन गया है, जिसकी सरपरस्ती सरकार कर रही है. प्रदेश में अमन कायम रहे. इसके लिए सभी अमन पसंद, संविधान में भरोसा रखने वाले लोगों को एक साथ आकर विरोध करना होगा. मौलाना ने आगे कहा कि प्रदेश की पुलिस अदालत का भी काम कर रही है. खुद ही आरोप लगाती है और खुद ही एनकाउंटर में अपराधियों को मार देती है. ऐसा करने वाले सभी आरोपितों के विरुद्ध धारा 120 बी के अंतर्गत कार्रवाई की जानी चाहिए.
वहीं मौलाना तौकीर रजा की प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पुलिस की ओर से बयान आया है कि उनके बयान के बाद अगर कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो इसके जिम्मेदार मौलाना तौकीर रजा और उनकी पार्टी होगी. वहीं तौकीर रजा ने कहा कि पुलिस नहीं चाहती हैं कि हम अपने आवास पर भी प्रेस से बात कर सकें. मेरे मीडिया प्रभारी के घर नोटिस चस्पा कर दी गई है, लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं.
वहीं अतीक-अशरफ हत्याकांड को लेकर बसपा नेता इमरान मसूद ने कहा है कि हम की अपराधी माफिया का समर्थन नहीं करते लेकिन जो हुआ वो सही नहीं हुआ. अतीक और अशरफ ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी कि उनकी जान को खतरा है. मीडिया के भेष में हत्यारे आए थे. अब क्या पता कल कोई ऐसे ही मीडिया के भेष में आये और हम पर भी गोली चला दे. सहारनपुर में मीडिया से बात करते हुए इमरान मसूद ने आगे कहा कि ‘दोनों ने सुप्रीम कोर्ट से अपनी जान को लेकर खतरा बताया था, लेकिन फिर भी घटना हुई, यह हाल है यूपी की कानून व्यवस्था का. आपसे बात करते हुए मुझे डर है कि कोई कहां से आए और सीधा गोली मार दे. अब तो मैं पहचान करके और देखकर ही बात करूंगा.’
जमीयत उलेमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने अतीक-अशरफ की हत्या पर कहा कि यूपी में कानून व्यवस्था और राज्य मिशनरी की पूरी तरह से विफल है. वहां जो हुआ वह देश और इंसानियत के लिए शर्मनाक है. अगर इस देश में कानून का राज नहीं होगा तो हर तरफ अराजकता फैल जाएगी और बदहाली और खून-खराबे का राज हो जाएगा. मौलाना मदनी ने आगे अपना बयान जारी रखते हुए कहा कि, अगर कोई मुजरिम है तो उसके गुनाह और सजा का फैसला अदालत करेगी. कानून अपने हाथ में लेना चाहे पुलिस द्वारा हो या जनता के द्वारा, लोकतंत्र और संविधान का अपमान है और देश में एक आपराधिक कृत्य है.
मौलाना असद मदनी ने मांग करते हुए कहा कि पूरे मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच की जाए और इसमें शामिल लोगों पर कार्रवाई की जाए. मौलाना मदनी ने देश के प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से इस घटना के बाद लोगों में पैदा हुई चिंता और अविश्वास के माहौल के संदर्भ में स्थिति को ठीक करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने की अपील की है. इसी के साथ उन्होंने लोगों से कानून व्यवस्था बनाए रखने और किसी भी सूरत में अराजकता का हिस्सा नहीं बनने की अपील भी की है.
-भारत एक्सप्रेस
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