UP News: अपराधियों पर नकेल कसने के लिए यूपी सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है और गांव-कस्बे में अपराध व चोरी पर लगाम लगाने के लिए लगातार लोगों को जागरुक किया जा रहा है. अब पंचायत भवन और प्राथमिक विद्यालयों में रात में कर्मचारियों के न रहने पर अपराधी सामानों पर हाथ साफ नहीं कर सकेंगे, यानी चोरी की घटना को अंजाम नही दे सकेंगे. इसको लेकर पूरे प्रदेश के जिलों में अभियान चलाया जा रहा है और सोरल लाइट से संचालित घूमने वाले अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरे लगवाए जा रहे हैं. इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में पब्लिक एड्रेस सिस्टम के तहत अपराध पर लगाम लगाने की विशेष पहल ग्राम प्रधान द्वारा की गई है.
बता दें कि अक्सर ही खबर सामने आती रहती है कि प्राथमिक विद्यालयों से चोर मिड डे मील के बर्तन और सिलेंडर आदि चुरा ले गए हैं तो वहीं पंचायत भवनों से भी चोरी की खबरें सामने आती रहती हैं. तो वहीं इस तरह की चोरी को रोकने के लिए सुल्तानपुर में सोलर लाइट से संचालित घूमने वाला अत्याधुनिक सीसीटीवी कैमरा लगवाया जा रहा है. यह कैमरे कटावां ग्राम पंचायत में पायलट प्रोजेक्ट के तहत लगवाए जा रहे हैं. दूबेपुर ब्लाक के कटावां ग्राम प्रधान रिंकू सिंह की पहल पर ग्राम पंचायत निधि की तरफ से पंचायत भवन और प्राथमिक विद्यालय को सुरक्षित करने के लिए इसे स्थापित किया गया है. ये कैमरे पूरी तरह से सौर ऊर्जा से संचालित होते हैं.
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मिली जानकारी के मुताबिक, सूर्य की रोशनी में सोलर पैनल बैटरी चार्ज होगी और फिर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के इस कैमरे को आवश्यक बिजली मिलती रहेगी. तो वहीं रात होने पर चार्ज बैटरी के जरिए लगातार पब्लिक एड्रेस सिस्टम पंचायत भवन और प्राथमिक विद्यालय समेत आने जाने वाले हर व्यक्ति पर कड़ी नजर रखेगा.
ग्राम प्रधान रिंकू सिंह ने मीडिया को जानकारी दी कि, पब्लिक एड्रेस सिस्टम सोलर पैनल पर आधारित है. उन्होने बताया कि, अभी एक पैनल ग्राम पंचायत में स्थापित किया गया है, जिसकी लागत 20 हजार रुपए आई है. इसी तरह ग्राम पंचायत के 30 स्थान को कैमरे के लिए चयनित किया गया है और इस पर काम लगातार जारी है. प्राथमिक विद्यालय, लड़कियों के विद्यालय, इंटर कॉलेज, आंगनबाड़ी केंद्र समेत अन्य सार्वजनिक स्थल और प्रमुख चौराहों पर भी इस सीसीटीवी कैमरों को लगवाए जाने का काम किया जा रहा है. रात के अंधेरे में यह फ्लैश रोशनी प्रकाशित करते हुए आने जाने वाले की फोटो कैप्चर कर लेगा. फिलहाल प्रथम दृष्ट्या इसका प्रयोग सफल रहा है. उन्होंने कहा कि अभी तो इसका इस्तेमाल पंचायत भवन और प्राथमिक विद्यालय में होने वाली चोरी को रोकने के लिए किया जा रहा है. धीरे-धीरे पूरे गांव में इसको लगाया जाएगा.
इनपुट-आशुतोष मिश्रा
-भारत एक्सप्रेस
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