UP Nikay Chunav: यूपी निकाय चुनाव में इस बार जहां एक ओर भाजपा ने मेयर की सभी 17 सीटों पर मैदान मार लिया है तो वहीं पार्षद पदों के लिए भी अधिक से अधिक विजेता भाजपा के ही उम्मीदवार हुए हैं. पहली बार कानपुर के मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में भी कमल ने अपनी महत्वपूर्ण भागीदारी दर्ज की है. यहां के 11 वार्डों में बीजेपी ने मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारा था, भले ही जीत नहीं मिली, लेकिन भाजपा की मजबूत पकड़ इन क्षेत्रों में जरूर हो गई है.
बता दें कि अपने वादे के अनुसार भाजपा ने इस बार पासमांदा मुस्लिमों पर अपनी मेहर बरसाई थी और इसी के चलते निकाय चुनाव में पहली बार मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्रों में मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारा था. पार्टी का यह फैसला मील का पत्थर साबित हुआ और पूर्व में जहां कभी भाजपा को उम्मीदवार नहीं मिलते थे, वहां इस बार के निकाय चुनाव में पार्टी ने मजबूत पकड़ बनाई है और भविष्य के लिए उम्मीद भी जगी है.
कानपुर के वार्ड नंबर 73 से एजाज अहमद ने जीत का झंडा लहराया है तो इसी तरह वार्ड 83 से नजमा बेगम, 96 से राबिया खातून, 97 से गुलनाज जहां अंसारी, 99 से मासूमा खातून, 102 से रफत नाज, 105 से फैसल अयूबी, 107 से मीनूखान, 108 से रईस बापू अंसारी, 109 से गुफरान अहमद और वार्ड नंबर 110 से नासिर मूसा को भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया था. वहीं गुफरान अहमद के पर्चा न भर पाने की वजह से केवल दस उम्मीदवार ही चुनावी मैदान में थे और उन्होंने भाजपा को उन क्षेत्रों में उम्मीद जगाने का काम किया है.
जानकारी सामने आ रही है कि, भाजपा के अल्पसंख्यक मोर्चा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष सलीम अहमद के वार्ड नंबर 73 में तो भाजपा उम्मीदवार ने अन्य दलों के उम्मीदवारों को कड़ी टक्कर दी और 916 वोट हासिल किए. प्रदेश उपाध्यक्ष ने मीडिया को बताया कि पहले प्रयास में अच्छे नतीजे मिले हैं. मुस्लिम अब तेजी के साथ भाजपा को स्वीकार कर रहे हैं. तो वहीं इन सीटों पर अधिकांश सपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों को जीत मिली है.
-भारत एक्सप्रेस
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