UP Politics: सपा ने इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ की पूर्व अध्यक्ष ऋचा सिंह एवं पूर्व प्रवक्ता रोली तिवारी मिश्रा को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. इसके बाद रोली तिवारी ने सीधे सपा सुप्रीम अखिलेश यादव पर ही निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि “राष्ट्रद्रोहियों, सनातन धर्मद्रोहियों, रामद्रोहियों के खिलाफ आवाज उठाती थी, उठाती रहूंगी. सनातन धर्म के स्वाभिमान, प्रभु श्रीराम, रामचरितमानस के सम्मान के लिए ऐसे हजारों निष्कासन मुझे स्वीकार हैं.”
बता दें कि दोनों पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाते हुए बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. इसके बाद से ट्विटर पर एक साथ कई ट्वीट करके रोली तिवारी मिश्रा ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तंज कसा है. ट्विटर पर सपा के उस ट्वीट को रि-ट्वीट करते हुए तंज कसा है, जिस पर निष्कासन की जानकारी दी गई है. रोली ने लिखा- “16 वर्षों की निष्ठा के इस पुरस्कार के लिए आभार आदरणीय अखिलेश यादव जी, राष्ट्रद्रोहियों,सनातन धर्मद्रोहियों,रामद्रोहियों के खिलाफ़ आवाज़ उठाती थी उठाती रहूँगी, सनातन धर्म के स्वाभिमान, प्रभु श्रीराम, श्रीरामचरितमानस के सम्मान के लिए ऐसे हज़ारों निष्कासन स्वीकार.”
पढ़ें इसे भी- UP News: इस गर्मी जेब को झटका देगी बिजली, इतने रुपए प्रति यूनिट हो जाएगी महंगी, उपभोक्ता परिषद आंदोलन को तैयार
इसके साथ ही एक अन्य ट्वीट में रोली तिवारी ने कहा है कि, “निष्कासन” तो सपा का वीरता पदक है. आदरणीय अखिलेश यादव, आदरणीय रामगोपाल चाचा,आदरणीय आज़म साहिब,आदरणीय अमर सिंह, सब सपा से निष्कासित हो चुके हैं. पर नेताजी किसी के निष्कासन से पहले कारण बताओ नोटिस ज़रूर देते थे. आदरणीय अखिलेश यादव जी ने मुझसे और ऋचा सिंह से कारण तक नहीं पूछा इसका दुख है.
बता दें कि ऋचा सिंह ने प्रयागराज पश्चिम विधानसभा से 2017 और 2022 का विधान सभा चुनाव लड़ा था. हार के बाद वह लगातार पार्टी के खिलाफ बयानबाजी कर रही थीं. इसी तरह पूर्व प्रवक्ता व आगरा दक्षिण से पार्टी प्रत्याशी रहीं डॉ. रोली तिवारी मिश्रा ने सपा राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य के उस बयान के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रही है, जिसमें उन्होंने रामचरितमानस की कुछ चौपाइयों को लेकर विवादित बयान दिया था. पिछले दिनों उन्होंने एक ट्वीट में लिखा था कि स्वामी के साथ अखिलेश हैं. मेरे पास बांके बिहारी हैं. अब देखना यह है कि कौन सा अहीर का छोरा किस पर भारी है. इस ट्वीट के बाद महिला सभा की निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष जूही सिंह ने कड़ी आपत्ति जताई थी.
-भारत एक्सप्रेस
सुप्रीम कोर्ट ने संविधान की प्रस्तावना में "समाजवादी" और "धर्मनिरपेक्ष" शब्दों को शामिल करने के…
सुप्रीम कोर्ट ने उदयनिधि स्टालिन को निचली अदालत में पेशी से फरवरी तक छूट देते…
Gyanvapi Case: काशी विश्वनाथ मंदिर से सटे ज्ञानवापी परिसर से संबंधित जिला अदालत और सिविल…
Rahu Ketu Gochar 2025: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, साल 2025 में राहु-केतु अपनी चाल बदलेंगे.…
हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट द्वारा मुख्य संसदीय सचिवों की नियुक्तियां रद्द करने के खिलाफ दायर याचिकाओं…
सोशल मीडिया पर वायरल हुए घटना के चौंकाने वाले वीडियो ने अब तकनीकी समुदाय के…