Wrestlers Protest: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने मोर्चा खोल रखा है. पहलवान लगातार उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. दरअसल, 7 महिला पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. इस बीच केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के साथ प्रदर्शनकारी पहलवानों की बैठक हुई है. करीब 5 घंटे तक चली इस बैठक में क्या कुछ बातचीत हुई है केंद्रीय मंत्री ने विस्तार से बताया है.
बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि मैंने खिलाड़ियों को बातचीत के लिए न्योता दिया था, सकारात्मक बातचीत हुई है. पहलवानों ने कहा कि वो 15 जून तक प्रदर्शन नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि 15 जून तक पुलिस चार्जशीट दायर करने से लेकर रेसलिंग फेडरेशन का चुनाव 30 जून तक संपन्न करवाए जाने तक..सभी मुद्दों पर सकारात्मक बातचीत हुई है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इसके अलावा महिला खिलाड़ियों को सिक्योरिटी देने पर भी चर्चा की गई.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि पहलवानों ने अनुरोध किया कि 3 कार्यकाल पूरा कर चुके बृजभूषण सिंह और उनके सहयोगियों को दोबारा नहीं चुना जाना चाहिए. उन्होंने मांग की कि पहलवानों के खिलाफ सभी एफआईआर वापस ली जाए.
बैठक के बाद बजरंग पुनिया ने क्या कहा?
पहलवान बजरंग पूनिया ने एएनआई को बताया कि सरकार ने पुलिस की कार्रवाई 15 जून तक पूरी करने की बात कही है. प्रदर्शन में हिस्सा ले रहे महिला, पुरुष खिलाडियों की सुरक्षा की भी बात कही है और 28 मई की रात को हम पर जितने भी मामले दर्ज़ हुए हैं वह वापस लेने की भी बात कही है. हमारा प्रदर्शन खत्म नहीं हुआ है. हमारा प्रदर्शन चलता रहेगा.
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बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों ने यौनशोषण का आरोप लगया है. दिल्ली पुलिस ने पीड़ित पहलवानों की शिकायतों पर 28 मई को दो एफआईआर दर्ज की थीं. पहली FIR में छह बालिग पहलवानों के आरोपों का ब्योरा है. इसमें बृजभूषण शरण सिंह के अलावा WFI सचिव विनोद तोमर का भी नाम है. दूसरी FIR एक नाबालिग के पिता की शिकायत के आधार पर दर्ज हुई है. यौन शोषण की ये कथित घटनाएं 2012 से 2022 के बीच हुईं. हालांकि, एफआईआर दर्ज होने के बाद भी बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं हुई. इसके बाद पहलवान पिछले एक महीने से दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच पहलवानों और प्रशासन के बीच कई दौर की बातचीत भी हुई, पर पहलवानों ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष की गिरफ्तारी से पहले आंदोलन वापसी की बात से सहमत नहीं हुए.
बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि मैंने कोई यौन उत्पीड़न नहीं किया, मैं निर्दोष हूं. उन्होंने कहा कि मैं यौन उत्पीड़न का अपराधी नहीं बनना चाहता हूं. बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि हरियाणा के अलावा ये घटना कहीं और क्यों नहीं घटती हैं. उन्होंने कहा कि पहलवानों ने पहले कहा कि 100 लड़कियों के साथ यौन शोषण हुआ, फिर कहने लगे कि 1000 के साथ हुआ. मैं कोई शिलाजीत नहीं खाता हूं. ये सब राजनीति से प्रेरित है.
-भारत एक्सप्रेस
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