अहमदाबाद. 30 अक्टूबर 2022. गुजरात के मोरबी इलाके में एक बड़ा दर्दनाक हादसा पेश आया है. मच्छु नदी पर बने केबल पुल के टूट जाने से 91 लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि 70 से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक मरने वालों में महिलाएं और बच्चे ज्यादा हैं और इनकी संख्या 50 के करीब बताई जा रही है.
घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल नजर बनाए हुए हैं. अधिकारियों को हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए गए हैं. बताया जा रहा है कि जब पुल टूटा, उस समय कई लोग उसके ऊपर थे.
क्षेत्रीय मच्छु नदी पर बना यह पुल अभी पांच दिनों पहले ही खोला गया था. अब तक इसकी मरम्मत का काम चल रहा था जो कि पूरी तरह से नाकाम रहा और आज पुल तब टूट गया जब उस पर दर्जनों श्रद्धालु मौजूद थे. घटना के बाद हाहाकार मच गया और देखते ही देखते पुलिस और प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गईं. राहत कार्य लगातार चल रहा है.
हाल ही में पुल की मरम्मत का हुआ था काम
मोरबी का यह 765 फुट लंबा पुल काफी पुराना बताया जाता है. इस ऐतिहासिक पुल का महाराजा वाघजी ठाकोर के हाथों से लगभग डेढ़ सौ साल पहले निर्माण हुआ था. चौड़ाई साढ़े चार फुट की चौड़ाई वाले इस पुल के बारे में बताया जाता है कि राजमहल से राज दरबार जाने के लिए इस पुल का उपयोग राजपरिवार द्वारा किया जाता था. पिछले सात माह से मरम्मत के कार्य के चलते यह पुल बंद था. दीवाली की छुट्टी के दौरान भी इस पर बड़ी संख्या में लोग घूमने पहुंचे थे.
इस गिर चुके पुल की मरम्मत पर अब तक दो करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं. ओरवा ट्रस्ट को आगामी पंद्रह वर्षों के लिये इसकी जिम्मेदार सौंपी गई थी. पुल की मरम्मत के लिए विशेष सामग्री मंगवाई गई थी जो अब इस दुर्घटना के बात मरम्मत के काम की तरह संदेहों के घेरे मे आ गई है.
PM मोदी का ट्वीट और हरकत में प्रशासन
मोरबी की इस पुल दुर्घटना के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल से बात की और बचाव अभियान के लिए तत्काल सभी आवश्यक टीमों को नियुक्त करने के लिए कहा. पीएम मोदी दुर्घटना-स्थल पर स्थिति की जानकारी लेते हुए मुख्यमंत्री और अधिकारियों से पीड़ितों हेतु हर संभव मदद उपलबध कराने के लिए भी कहा.
दुर्घटना में जान गंवाने वाले नागरिकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख रुपये और घायलों को 50,000 रुपये देने की घोषणा की है. दुर्घटना के बाद मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘मोरबी में सस्पेंशन ब्रिज के गिरने से हुई त्रासदी से मुझे गहरा दुख पहुंचा है. बचाव और राहत का कार्य निरंतर जारी है. दुर्धटना में घायल हुए लोगों के तत्काल उपचार की व्यवस्था करने के निर्देश दे दिये गये हैं. इस संबंध में मैं लगातार जिला प्रशासन के संपर्क में हूं.’
जांच टीम का गठन
दुर्घटना की जाँच के लिये गुजरात सरकार ने एक पांच सदस्यीय SIT का गठन कर दिया है, जिसमें म्युनिसिपल कारपोरेशन के प्रशासनिक अधिकारी सहति एक क्वालिटी कंट्रोल इंजीनियर और तीन दूसरे आधिकारी भी शामिल किये जारहे हैं. सीआईडी की एक टीम भी जांच के लिये नियुक्त की जा रही है. जिला कलेक्टर कार्यालय के आपदा नियंत्रण कक्ष ने दुर्घटना में फंसे या लापता लोगों के परिजनों के लिये एक हेल्पलाइन नंबर 02822 243300 भी जारी की है.
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