Toes Problems: पैरों और पंजों में दिखने वाली कई आदतों का पता लगाया जा सकता है. जबकि पैरों के पंजों से स्वास्थ्य के बारे में भी बताया जा सकता है कि कोई इंसान कितना स्वस्थ है! दरअसल लोगों के पंजों में ऐसे कई लक्षण दिखाई देते हैं, जो किसी गंभीर बीमारी कि ओर इशारा करते हैं. पैरों की उंगलियों के नाखून का रंग बदल जाना और पैरों का कभी-कभी शून्य हो जाना आपके लिए घातक हो सकता है.
कहा जाता है कि पंजों में होने वाले बदलाव कई तरह की बीमारियों व हृदय के ठीक तरह से कार्य न करने का संकेत भी होता है. नीचे कुछ लक्षण और उनके ईलाज हेतु घरेलू उपचार बताए जा रहे हैं. इन्हें अपना कर आप स्वस्थ बने रह सकते हैं
पैर से जुड़ी समस्याओं का मतलब केवल अंगूठे में होनेवाला फंगस या बवाइयां भर नहीं है. बल्कि ऐसी बहुत सी समस्याएं हैं जो आपके पैरों में हो सकती हैं और आपको परेशान कर सकती हैं. हम बता रहे हैं पैरों की कुछ आम समस्याओं के बारे में जिनसे राहत पाने के तरीके समझाए डॉ. पुनित भास्कर ने.
सूखी और कटी-फटी त्वचा के रुप में इसके लक्षणों की पहचान की जा सकती है. पैर के नीचले हिस्से से त्वचा निकलने लगती है और इस हिस्से में तरल पदार्थ से भरे फफोले के साथ बहुत अधिक खुजली की समस्या भी हो सकती है. गर्म पानी में अपने पैर भिगोने से आपको थोड़ी राहत मिल सकती है और खुजली के लिए आपको एंटीफंगल क्रीम लगानी चाहिए.
अक्सर कुछ लोगों को सामान्य मौसम में भी यह समस्या हो जाती है. आमतौर पर यह पंजों तक ठीक तरह से ब्लड सर्कुलेशन न पहुंच पाने के कारण होता है. जिसे आप व्यायाम और योग के जरिए ठीक कर सकते हैं. इसके अन्य कारणों में एनीमिया, लगातार थकान, तंत्रिका तंत्र का ठीक तरह से काम न करना, मधुमेह, हाइपोथायरायडिजम और हाइपोथर्मिया जैसी बीमारियां भी शामिल हो सकती हैं. इस स्थिति में डॉक्टर की सलाह लें.
इसका मतलब आप रूमेटॉइड अर्थाराइटिस से पीड़ित हैं. हालांकि यह समस्या बुजुर्गों को ज्यादा होती है. इस स्थिति में अचानक दर्द उठने लगता है और कुछ घंटों बाद अपने आप आराम भी मिल जाता है. प्रारंभिक तौर पर तो आप इसमें किसी सामान्य दर्द की दवा का सेवन कर सकते हैं, लेकिन कुछ समय बाद आप डॉक्टर से जरुर मिलें.
इस स्थिति में आपका दिल खून को ठीक तरह से पंप नहीं कर रहा होता है. जिसके कारण पैरों की उंगलियों तक खून के माध्यम से जिंक आदि नहीं पहुंच पाते हैं. जिसकी कमी के कारण आपके पंजों और उंगलियों पर मौजूद बाल गिरने लगते हैं. इसलिए जिंक की पूर्ति हेतु आप हरी सब्जियों का सेवन करें.
पैरों के नाखून का रंग बदलने का मतलब है कि नाखून में किसी तरह का फंगल संक्रमण हो जाता है. कुछ स्थिति में यह चरम रोग का भी लक्षण होता है. इस स्थिति में पैरों को डेटोल से धुल लें. उसके बाद उसमें सरसों तेल की बहुत सामान्य सी गर्म बूंदों को लगाएं. जल्द ही यह समस्या खत्म हो सकती है.
सामान्य तौर पर यह बहुत ज्यादा पैदल चलने के कारण भी होता है. दूसरी ओर यह फाइलेरिया रोग (हाथी पांव) का लक्षण भी हो सकता है. इस स्थिति में ज्यादा देर न करें और डॉक्टर से संपर्क करें.
पंजे में लगी हुई चोट लंबे समय तक नहीं भरती है तो यह डायबिटीज का लक्षण हो सकता है. समय रहते हुए सबसे पहले डॉक्टर के पास जाएं और अपना ब्लड टेस्ट करवाएं.
कभी कुछ लोगों के पैर का नाखून पूरी तरह काला हो जाता है. दरअसल यह फंगल टोनेल इन्फेक्शन के कारण होता है. ऐसे लक्षण स्किन कैंसर को भी जन्म दे सकते हैं. इसलिए इन्हें अनदेखा न करें और डॉक्टर से जरुर मिलें.
कुछ लोगों की एड़ियां बहुत फटी हुई रहती हैं और उनमें कभी-कभी घाव भी हो जाता है. कभी-कभी इनमें से खून भी निकलने लगता है. इस स्थिति को हाइपरकेराटोसिस कहा जाता है. इसके लिए आप कोई घाव ठीक करने वाली क्रीम का इस्तेमाल करें और डॉक्टर से मिलना बिल्कुल न भूलें.
पैरों के नाखून पर अगर लाल रंग की धारियां हैं तो इसका मतलब है कि यह दिल से जुड़ा हुआ कोई संक्रमण है. इस स्थिति में रक्त की कुछ धमनियां टूट जाती हैं. ऐसे लक्षण दिखने पर देर न करें और डॉक्टर से संपर्क करें.
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