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बेबी शॉवर तो सुना था..लेकिन ‘सक्सेस शॉवर’ क्या है? महिलाओं की जिंदगी में इसकी क्या अहमियत है?

Success Shower: सोशल मीडिया की दुनिया में हर कुछ समय में कोई ना कोई ट्रेंड वायरल हो ही जाता है और ट्रेंड वायरल होते ही हर कोई इसे फॉलो भी करने लगता है. अभी सोशल मीडिया पर बेबी शॉवर तो चलन में बहुत है लेकिन क्या आपने सक्सेस शॉवर के बारे में सुना है? अगर नहीं सुना तो इसे बार-बार सुनने की आदत डाल लिजिए. विदेशों में खासकर अमेरिका में ये सक्सेस शॉवर कॉन्सेप्ट का ट्रेंड काफी तेजी से बढ़ रहा है.

क्या है ‘सक्सेस शॉवर’

‘सक्सेस शॉवर’ एक प्रकार की पार्टी होती है, जैसे कि ब्राइडल शॉवर या बेबी शॉवर होती है. यह एक ऐसा इवेंट है जहां महिलाएं अपनी पर्सनल और प्रोफेशनल सफलताओं का जश्न मनाती हैं. इस पार्टी का उद्देश्य महिलाओं को उनके मेहनत के लिए सराहना देना है, और यह उनके जीवन के अन्य महत्वपूर्ण आयोजनों जैसे शादी या बेबी के जन्म के अलावा उनकी पूरी उपलब्धियों को मान्यता देने का तरीका है.

ताजगी भरी हवा की तरह है ‘सक्सेस शॉवर’

हमारे समाज में, जहां महिलाएं कई बार अपने कामकाजी जीवन और पारंपरिक जिम्मेदारियों को बैलेंस करते हुए अपने आप को साबित करती हैं, वहां ‘सक्सेस शॉवर’ एक ताजगी भरी हवा की तरह है. यह आयोजन महिलाओं को न केवल उनकी मेहनत के लिए सराहता है, बल्कि उन्हें अपने प्रयासों की मान्यता पाने का भी एक अनोखा अवसर देता है.

महिलाओं के जश्न के लिए जरूरी सुविधा

जेंडर डिस्क्रिमिनेशन और जेंडर सेलिब्रेशन डिस्क्रिमिनेशन की समस्या ने कई महिलाओं को यह सोचने पर मजबूर किया कि क्यों न वे खुद अपनी सफलताओं का जश्न मनाएं. खासकर अमेरिका में, जहां महिलाएं अपनी मेहनत और लगन के बावजूद पूरी तरह से सम्मान और पहचान पाने में विफल रहती हैं, ‘सक्सेस शॉवर’ जैसी पहल ने एक नई दिशा दी है. महिलाएं अब अपनी उपलब्धियों को खुलकर सेलिब्रेट कर रही हैं, और यह ट्रेंड धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है.

पुरुषों से ज्यादा मेहनती हैं भारतीय महिलाएं

भारत में भी, महिलाओं की भूमिका और उनकी कामकाजी स्थिति पर बहुत विचार चल रहा है. एक अध्ययन के अनुसार, भारतीय महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक मेहनत करती हैं, लेकिन फिर भी उनकी कमाई और मान्यता में काफी अंतर होता है. इसके विपरीत, अमेरिका में महिलाओं की कमाई पुरुषों की तुलना में अधिक है, फिर भी वे पूरी तरह से सम्मान और पहचान नहीं प्राप्त कर पातीं. इस असमानता को देखते हुए, ‘सक्सेस शॉवर’ का विचार उभरा है, जो महिलाओं को उनके प्रयासों का उचित मूल्य प्रदान करता है.

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‘सक्सेस शॉवर’ जश्न मनाने का बेहतरीन अवसर

इस प्रकार, यदि एक स्वतंत्र सोच वाली महिला अपने प्रयासों की सराहना और मान्यता की उम्मीद करती है, तो ‘सक्सेस शॉवर’ उसे अपनी सफलता का जश्न मनाने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करता है. यह आयोजन न केवल व्यक्तिगत स्तर पर खुशी और गर्व का अनुभव कराता है, बल्कि समाज में महिलाओं की सफलता की महत्वपूर्ण भूमिका को भी उजागर करता है.

सक्सेस शॉवर महिलाओं के लिए सिर्फ एक पार्टी नहीं है, यह उनके आत्म-सम्मान और पहचान की एक महत्वपूर्ण शुरुआत है. यह साबित करता है कि जब समाज उन्हें मान्यता नहीं देता, तो वे खुद अपनी सफलता का उत्सव मना सकती हैं.

-भारत एक्सप्रेस 

निहारिका गुप्ता

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