मुद्दे की परख

पीएम मोदी का रेल प्रोजेक्ट: भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के लिए एक गेम चेंजर

भारत 1.4 अरब से अधिक लोगों की आबादी वाला एक विशाल और विविधतापूर्ण देश है. यह 2021 में 8.4% की जीडीपी वृद्धि दर के साथ दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है. हालांकि, इस वृद्धि और विकास को बनाए रखने के लिए, भारत को एक मजबूत और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की आवश्यकता है जो इसके लोगों और मार्केट को कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से जोड़ सके.

भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर का एक प्रमुख घटक इसका रेलवे नेटवर्क है, जो लंबाई के हिसाब से दुनिया में चौथा सबसे बड़ा और पैसेंजर ट्रैफिक के हिसाब से दूसरा सबसे बड़ा है. भारत में ट्रेनें एक लाइफलाइन हैं, जो 13 मिलियन लोगों के साथ 40,000 मील ट्रैक पर चलती हैं. हालाँकि, इंडियन रेलवे सिस्टम को पुराने इंफ्रास्ट्रक्चर, भीड़भाड़, सेफ्टी, पर्यावरणीय प्रभाव और परिचालन अक्षमता जैसी कई चुनौतियों का भी सामना करना पड़ता है.

इन चुनौतियों का समाधान करने और इंडियन रेलवे सिस्टम को 21वीं सदी की जरूरतों और आकांक्षाओं को पूरा करने वाली विश्व स्तरीय सेवा में बदलने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने कई महत्वाकांक्षी और दूरदर्शी परियोजनाएं शुरू की हैं जिनका उद्देश्य रेलवे नेटवर्क को उन्नत और आधुनिक बनाना है. इन प्रोजेक्ट्स में शामिल हैं:

2024 तक रेलवे का 100% विद्युतीकरण: यह प्रोजेक्ट जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करेगा, स्पीड और विश्वसनीयता में सुधार करेगी और लागत बचाएगी. रेल मंत्रालय के अनुसार, विद्युतीकरण से ईंधन बिल में प्रति वर्ष 14,500 करोड़ रुपये की बचत होगी और प्रति वर्ष 24 मिलियन टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी.

2030 तक शुद्ध शून्य उत्सर्जन: यह प्रोजेक्ट भारत को शुद्ध शून्य उत्सर्जन हासिल करने वाला दुनिया का पहला प्रमुख रेलवे नेटवर्क बना देगा. यह रेलवे के ऊर्जा मिश्रण में सौर और पवन ऊर्जा जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों की हिस्सेदारी बढ़ाकर किया जाएगा. रेलवे पहले ही 100 मेगावाट से अधिक सौर क्षमता स्थापित कर चुका है और 2030 तक इसे 20 गीगावॉट तक बढ़ाने की योजना है.

एंटी ट्रेन कोलेजन सिस्टम: यह प्रोजेक्ट एक ऐसी तकनीक स्थापित करके यात्रियों और ट्रेन संचालन की सुरक्षा को बढ़ाएगा जिससे किसी भी संभावित टक्कर की स्थिति में ट्रेनें ऑटोमैटिक रूप से ब्रेक लगा देंगी. यह सिस्टम फिलहाल 2% नेटवर्क पर चालू है और 2025 तक पूरे नेटवर्क को कवर करने के लिए इसका विस्तार किया जाएगा.

अमृत ​​भारत स्टेशन योजना: यह प्रोजेक्ट देश भर में 508 रेलवे स्टेशनों को आधुनिक और यात्री-अनुकूल सुविधाओं में पुनर्विकसित करेगा जो वाई-फाई, एस्केलेटर, लिफ्ट, सीसीटीवी कैमरे, पार्किंग स्थान, फूड कोर्ट, शॉपिंग क्षेत्र जैसी सुविधाएं प्रदान करेगी. इसके तहत स्टेशन बिल्डिंग का डिज़ाइन स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला से प्रेरित होगा. इस प्रोजेक्ट से पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा.

वंदे भारत एक्सप्रेस: इस प्रोजेक्ट के तहत 180 किमी/घंटा तक की गति से हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक ट्रेनें पटरियों पर दौड़ेंगी. इन ट्रेनों को स्वदेशी रूप से भारतीय इंजीनियरों और वर्कर्स द्वारा डिजाइन और बनाया गया है. ये ट्रेनें स्वचालित दरवाजे, बायो टॉयलेट, जीपीएस-आधारित पैसेंजर इंफॉर्मेशन सिस्टम, एलईडी लाइटिंग, सीसीटीवी कैमरे, फायर अलार्म सिस्टम और कोलेजन अवॉडेंस सिस्टम जैसी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस हैं. देश में पहली वंदे भारत एक्सप्रेस 2019 में दिल्ली और वाराणसी के बीच शुरू की गई थी और जल्द ही और अधिक रूट जोड़ने की योजना है.

ये प्रोजेक्ट्स न केवल नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण और नेतृत्व का प्रमाण हैं, बल्कि भारत के इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के लिए गेम चेंजर भी हैं. वे उन लाखों भारतीयों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करेंगे जो अपने दैनिक आवागमन और यात्रा के लिए ट्रेनों पर निर्भर हैं. वे परिवहन लागत को कम करके, उत्पादकता बढ़ाकर, नौकरियां पैदा करके, निवेश आकर्षित करके और नवाचार को बढ़ावा देकर भारत की अर्थव्यवस्था की प्रतिस्पर्धात्मकता को भी बढ़ाएंगे. वे ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को कम करके और स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देकर भारत के जलवायु लक्ष्यों में भी योगदान देंगे.

पीएम मोदी का रेल प्रोजेक्ट एक ऐतिहासिक और परिवर्तनकारी पहल है जो भारत के लिए प्रगति और समृद्धि के एक नए युग की शुरुआत करेगा. यह प्रत्येक भारतीय के लिए एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है जो अब विश्व स्तरीय रेलवे सेवा का आनंद ले सकता है, जो सुरक्षित, आरामदायक, सस्ती और टिकाऊ है. यह अन्य देशों के लिए भी एक उदाहरण है जो अपने रेलवे सिस्टम को विकसित करने में भारत के अनुभव और विशेषज्ञता से सीख सकते हैं. नरेंद्र मोदी का रेल प्रोजेक्ट वास्तव में भारतीय इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर के लिए गेम चेंजर है.

-भारत एक्सप्रेस

उपेन्द्र राय, सीएमडी / एडिटर-इन-चीफ, भारत एक्सप्रेस

Recent Posts

25 नवंबर से शुरू होने जा रहा संसद का शीतकालीन सत्र, वक्फ बिल और ‘One Nation One Election’ बिल हो सकता है पास

संसदीय कार्य मंत्री ने एक्स पर पोस्ट कर बताया, "भारत सरकार की सिफारिश पर, माननीय…

37 mins ago

Bangladesh Electricity Crisis: अडानी भरोसे बांग्लादेश! अगर नहीं किया भुगतान तो अंधेरे में आ जाएगा देश

बांग्लादेश की ऊर्जा जरूरत का बड़ा हिस्सा अडानी पावर झारखंड लिमिटेड (APJL) से आता है,…

53 mins ago

Mahakumbh 2025: क्या है भीष्म क्यूब? जिसे आपात स्थितियों से निपटने के लिए मेला क्षेत्र में तैनात करेगी योगी सरकार

गौरतलब है कि इसी साल अगस्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी यूक्रेन यात्रा के…

1 hour ago

भारत की WTC फाइनल की डगर हुई कठिन, ऑस्‍ट्रेलिया को 4-0 से देना होगा मात

विश्‍व टेस्‍ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र में अभी 18 टेस्‍ट बचे हैं और पांच टीम अभी…

1 hour ago

Telangana: हैदराबाद में एक बार फिर मंदिर में हुई तोड़फोड़, एक संदिग्ध हिरासत में लिया गया

सुबह जब एयरपोर्ट कॉलोनी स्थित मंदिर के पुजारी दैनिक अनुष्ठान के लिए आए तो उन्हें…

2 hours ago

Fitistan Ek Fit Bharat: 17 नवंबर को 244वें सैपर्स दिवस पर SBI सीएमई सोल्जरथॉन का होगा आयोजन

फिटिस्तान –एक फिट भारत, भारत की सबसे बड़ी समुदाय-संचालित फिटनेस पहल है, जिसकी स्थापना मेजर…

2 hours ago