Gold Plated Sweets: हम सभी बड़े ही शौक से उन मिठाईयों को खाते हैं, जिस पर सोने या चांदी का वर्क होता है. इसी के साथ ही ये भी कहते हैं कि देखो हमने सोने के वर्क वाली मिठाई खाई. हालांकि ये वर्क हर मिठाई पर नहीं होता है. इससे मिठाई देखने में अच्छी भी लगती है और इसका स्वाद भी बढ़ जाता है.
हालांकि कुछ खास मिठाईयों पर ही इसे इस्तेमाल किया जाता है लेकिन अक्सर हमारे दिमाग में ये सवाल रहता है कि क्या सोने-चांदी की लेयर वाली इन मिठाईयों पर सही में सोने-चांदी की लेयर ही चढ़ाई जाती है या फिर ये कुछ और होता है? तो आइए जानते हैं इसकी क्या है सच्चाई.
मालूम हो कि सोने की परत खाने पीने की चीजों के साथ ही आयुर्वेदिक देसी दवाइयों में भी इस्तेमाल की जाती है. मिठाई पर चढ़ाई जाने वाली सोने व चांदी की परत कहीं असली होती है तो कहीं नकली. अगर असली सोने-चांदी की परत है तो मिठाई की कीमत अधिक होगी. हालांकि इस परत को बनाने के लिए कारीगर को कड़ी मेहनत करनी पड़ती है.
मिठाई बनाने के क्षेत्र से जुड़े लोग कहते हैं कि समय के साथ ही इस काम को करने वालों के सामने भी चुनौतियां बढ़ी हैं, लेकिन फिर भी लोग इस क्षेत्र से जुड़े हुए हैं. जबकि मजदूरी के नाम पर कारीगरों को मात्र 250 से 300 रुपये ही मिलते हैं और काम भी अधिक करना पड़ता है. तो वहीं ये मजदूरी आज की महंगाई को देखते हुए बहुत ही कम है.
जानकार बताते हैं कि सोने के वर्क को तैयार करने में 6 घंटे का समय लगता है. कुटाई करके इसे तैयार किया जाता है. तो वहीं आकार देने के लिए 3 घंटे का समय लग जाता है. इसकी कुटाई का काम पुरुष करते हैं. तो वह इसको आकार देने का काम महिलाएं करती हैं. 10 ग्राम सोने से तैयार होने वाले 150 वर्क में 8 से 9 घंटे का समय लग जाता है. इस लिहाज से देखा जाए तो चांदी की लेयर तैयार करने में थोड़ा कम समय लगता है. एक चांदी के वर्क को तैयार करने के लिए लगभग 3 घंटे की कुटाई और उसे सही आकार देने में भी लगभग 3 घंटे लगते हैं. इस तरह 10 ग्राम चांदी से लगभग 150 वर्क तैयार किए जा सकते हैं.
-भारत एक्सप्रेस
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